भुज – अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट और सूरत के बाद, बहुप्रशंसित अभिव्यक्ति – द सिटी आर्ट्स प्रोजेक्ट अब पहली बार कच्छ की धरती पर, भुज शहर में अपने पंख फैला रहा है। टोरेंट ग्रुप की यू.एन.एम. फाउंडेशन द्वारा समर्थित यह सांस्कृतिक पहल 12 और 13 जुलाई को भुज के टाउन हॉल में आयोजित होगी। खास बात यह है कि सभी प्रस्तुतियाँ आम जनता के लिए निःशुल्क होंगी।
कला और कलाकारों को मंच देने की पहल
2018 में अहमदाबाद से शुरू हुआ अभिव्यक्ति आज देश के प्रमुख शहरी कला आयोजनों में गिना जाता है। इसका उद्देश्य विविध कलाओं को बढ़ावा देना और उभरते कलाकारों को मंच देना है—वह भी बिना किसी आर्थिक या सामाजिक बाधा के। अब तक इस मंच पर भारत के विभिन्न हिस्सों से 1979 कलाकार अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं और 6.19 लाख से अधिक दर्शक इसका हिस्सा बन चुके हैं।
भुज संस्करण में भी, अभिव्यक्ति चार बेहतरीन प्रस्तुतियाँ लेकर आ रहा है, जो पहले अहमदाबाद में दर्शकों द्वारा अत्यधिक सराही जा चुकी हैं। सभी प्रस्तुतियाँ अनुभवी क्यूरेटरों के मार्गदर्शन में तैयार की गई हैं—संगीत के लिए भार्गव पुरोहित, रंगमंच के लिए चिराग मोदी और नृत्य के लिए जयमिल जोशी। कार्यक्रम के मेंटर रहे हैं: रजत ढोलकिया, सौम्य जोशी, मोलिक व ईशिरा।

दो दिवसीय कार्यक्रम की रूपरेखा
स्थान: टाउन हॉल, भुज
प्रवेश: निशुल्क (पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर)
12 जुलाई 2025 (शनिवार)
- 7:00 PM – “नर्मप्रवाह”
भरतनाट्यम प्रस्तुति – खुशी लंगालिया
यह प्रस्तुति पवित्र नदी नर्मदा की कथा के माध्यम से एक स्त्री की जीवन यात्रा और भावनात्मक रूपांतरण को दर्शाती है। नृत्य के चार दृश्य मानव जीवन के चार चरणों को दर्शाते हैं। संगीत हृदय देसाई द्वारा कंपोज किया गया है। - 9:00 PM – “शून्यावतार”
आध्यात्मिक नाटक – प्रियांक उपाध्याय
यह प्रयोगात्मक नाटक दर्शकों को अपने ‘स्व’ की खोज में ले जाता है। “आप कौन हैं?” जैसे बुनियादी सवालों के जरिए यह नाटक आत्मचिंतन और चेतना की यात्रा को दर्शाता है।
13 जुलाई 2025 (रविवार)
- 7:00 PM – “वही कहानी, फिर”
आधुनिक लोक-नाटक – अनन्या वैद्य
यह प्रस्तुति भारतीय महिलाओं की लोककथाओं और लोकगीतों से प्रेरित है। अनन्या इन्हें समकालीन दृष्टिकोण से प्रस्तुत करती हैं, जिनमें नारीवाद की झलक भी शामिल है। - 9:00 PM – “शब्द परिक्रमा”
लोक-संगीत प्रस्तुति – हर्षद दवे
यह एक संगीतमय यात्रा है जो गुजरात से शुरू होकर भारत के विभिन्न प्रांतों के लोक संगीत से दर्शकों को परिचित कराती है। इसमें पियानो, तबला, चेलो, उडु, करताल आदि वाद्ययंत्रों का मेल सुनने को मिलेगा।

अभिव्यक्ति के बारे में
अभिव्यक्ति – द सिटी आर्ट्स प्रोजेक्ट, टोरेंट ग्रुप के मेहता परिवार द्वारा स्थापित यू.एन.एम. फाउंडेशन की एक पहल है। इसका उद्देश्य कला को भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक सीमाओं से परे ले जाकर सभी के लिए सुलभ बनाना है। यह मंच नृत्य, संगीत, रंगमंच, फोटोग्राफी, पेंटिंग और इंस्टॉलेशन जैसी कई विधाओं को साथ लाता है।
इसका विज़न है – उभरती प्रतिभाओं को पहचान देना, उन्हें सहयोग देना, और कला को नगर जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाना।










