अडाणी ग्रीन ने मार्केट कैप के मामले में एक नया रिकार्ड बनाया है। कंपनी ने मार्केट कैप के मामले में देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को पीछे छोड़ दिया है। सोमवार के कारोबार में अडाणी ग्रुप की रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी दलाल स्ट्रीट पर सातवीं सबसे ज्यादा वैल्यू वाली कंपनी बन गई। सोमवार की क्लोजिंग प्राइस के आधार पर एसबीआई का मार्केट कैप 454619.71 करोड़ रुपये रहा, जो कि अडाणी के मार्केट कैप 4,64,215.08 करोड़ रुपये से कम था। इस आधार पर मार्केट कैप के लिहाज से होने वाली बीएसई की रैंकिंग में एसबीआई सातवें नंबर से फिसलकर आठवें नंबर पर चला गया है। वहीं, अडाणी ग्रीन सातवें नंबर पर चला आया है।
टॉप-10 फर्मों की रैंकिंग में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा। इसके बाद टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, इंफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक, एचयूएल, अडाणी ग्रीन एनर्जी, एसबीआई, बजाज फाइनेंस और एचडीएफसी का स्थान रहा।
ग्रीन एनर्जी खंड में अडाणी ग्रीन का शेयर निवेशकों का पसंदीदा रहा है। अक्षय ऊर्जा पर कंपनी के फोकस ने इसे अप्रैल 2020 से 1,400 प्रतिशत से अधिक के लाभ के साथ बाजार का पसंदीदा दांव बनते देखा है।
चौंका देने वाली रैली पिछले साल कॉप-26 शिखर सम्मेलन में 2070 तक शुद्ध कार्बन शून्य अर्थव्यवस्था बनने की भारत की प्रतिबद्धता की पृष्ठभूमि में हरित ऊर्जा व्यवसाय पर अडाणी समूह के हालिया प्रोत्साहन का एक संयोजन है।
कंपनी का रिन्युएबिल एनर्जी पर जोर रहा है और उसका शेयर अप्रैल, 2020 से अब तक 1,415 फीसदी का दमदार रिटर्न दे चुका है।
अडाणी समूह ने हाल ही में अबू धाबी स्थित इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी को इक्विटी हिस्सेदारी के तरजीही आवंटन के माध्यम से कंपनी में निवेशकों की प्रतिष्ठा को और बढ़ाया है।
इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी तरजीही शेयर आवंटन के माध्यम से अडाणी0 समूह में तीन ग्रीन-केंद्रित कंपनियों में 2 बिलियन अमेरिकी डालर का निवेश करेगी।
अरबपति गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले समूह ने एक बयान में कहा था, “आईएचसी अडाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) में 3,850 करोड़ रुपये, अडाणी ट्रांसमिशन लिमिटेड (एटीएल) में 3,850 करोड़ रुपये और अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) में 7,700 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।” बता दें कि निवेश शेयरधारक और नियामक अनुमोदन के अधीन है और सेबी विनियमन का अनुपालन करेगा।