कन्फेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (क्रेडाई) के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा जंत्री दरों में बढ़ोतरी को 15 अप्रैल तक टालने के बाद आवासीय (Residential) और वाणिज्यिक (commercial) क्षेत्रों में प्रोपर्टी की मांग बढ़ी है। डेवलपर्स ने कहा कि पिछले सप्ताह पूछताछ में 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। होली से पहले अशुभ समय माने जाने वाले होलाष्टक से पहले यह उत्साह बढ़ाने वाला माना जाएगा।
राज्य सरकार ने 4 फरवरी को पूरे राज्य में जंत्री दरों को दोगुना कर दिया था, लेकिन डेवलपर्स ने इस कदम का विरोध करते हुए कहा कि तदर्थ वृद्धि आम लोगों को प्रभावित करेगी और रियल एस्टेट उद्योग को नुकसान पहुंचाएगी।
जमीन खरीदने वाले शहर के डेवलपर्स अब और प्रोजेक्ट लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। वे इसके लिए काफी दौड़-धूप कर रहे हैं। क्रेडाई अहमदाबाद के अध्यक्ष तेजस जोशी ने कहा, “नई जंत्री दरें पुनर्विकास और किफायती खंड को सबसे अधिक प्रभावित करेंगी।
इसलिए, रीडेवलपमेंट सौदों के लिए शुल्क बचाने और एफएसआई खरीदने के लिए योजनाओं को जल्द ही पास करने की आवश्यकता है। किफायती श्रेणी में ग्राहकों के लिए जल्द से जल्द बुकिंग और सेल डीड (बनखत) पर हस्ताक्षर करना जरूरी है, ताकि वे 15 अप्रैल के बाद भी मौजूदा जंत्री दरों पर रजिस्ट्रेशन करा सकें।”
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