भारत ने पहली बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी के लिए आधिकारिक तौर पर अपनी दावेदारी पेश करते हुए अहमदाबाद को 2036 ओलंपिक का मेज़बान शहर बनाने का प्रस्ताव रखा है।
अहमदाबाद में प्रस्तावित ओलंपिक स्टेडियम का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और इसी बीच भारत की इस दावेदारी पर लंबे समय से चर्चाएं चल रही थीं।
मंगलवार को स्विट्ज़रलैंड के लॉज़ेन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के अधिकारियों से मुलाकात कर औपचारिक रूप से भारत का प्रस्ताव पेश किया।
इस दावेदारी का समय खास माना जा रहा है क्योंकि हाल ही में IOC ने भविष्य के ओलंपिक मेज़बान देशों के चयन की प्रक्रिया पर अस्थायी विराम की घोषणा की थी। इसके बावजूद भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने यह बैठक कर यह संदेश दिया कि भारत ओलंपिक की मेजबानी के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
इस प्रतिनिधिमंडल में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की अध्यक्ष पीटी उषा के साथ केंद्रीय खेल मंत्रालय और गुजरात सरकार के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब उसने IOC के समक्ष अहमदाबाद शहर को ओलंपिक खेलों की मेज़बानी के लिए आधिकारिक रूप से प्रस्तावित किया है। जहां 2032 ओलंपिक ब्रिस्बेन (ऑस्ट्रेलिया) में होने हैं, वहीं भारत ने अब अपनी निगाहें 2036 पर टिका दी हैं।
पीटी उषा ने कहा, “भारत में ओलंपिक खेलों की मेजबानी सिर्फ एक भव्य आयोजन नहीं होगी, बल्कि यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा जिसका असर हर भारतीय पर पड़ेगा।”
उन्होंने लॉज़ेन में IOC अधिकारियों के साथ हुई बैठक की एक तस्वीर भी सोशल मीडिया पर साझा की और चर्चा को ‘महत्वपूर्ण’ बताया।
गुजरात के खेल राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने कहा, “गुजरात अपनी समृद्ध विरासत और गतिशील भावना के साथ एक बार फिर भारत के विकास में अहम योगदान देने के लिए तैयार है। खेलों में हमारा निवेश और ओलंपिक मूवमेंट के प्रति हमारी प्रतिबद्धता इसका प्रमाण है। ओलंपिक खेलों की मेजबानी गुजरात के लिए एक ऐतिहासिक कदम होगा, जो अभूतपूर्व विकास को गति देगा और नई पीढ़ी को प्रेरित करेगा। हम IOC के साथ इस प्रक्रिया में सच्चे साझेदार बनने और आने वाले वर्षों में इस साझा सपने को साकार करने के लिए तत्पर हैं।”