प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए और मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद जाने माने फिल्म फाइनेंसर यूसुफ लकड़ावाला का गुरुवार को निधन हो गया। पश्चिम क्षेत्र के डीआईजी योगेश देसाई ने बताया कि लकड़ावाला कैंसर से पीड़ित थे और उन्हें छह सितंबर को जेल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
जमीन हड़पने के एक मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए मुंबई के बिल्डर को बुधवार सुबह उनकी हालत बिगड़ने पर जेजे अस्पताल रेफर कर दिया गया. पुलिस ने कहा कि उन्हें गुरुवार दोपहर लकड़ावाला की मौत के बारे में सूचित किया गया था, यह कहते हुए कि उनके निधन के पीछे कोई गड़बड़ी नहीं हुई है।
क्यूँ किया गया था गिरफ़्तार ?
यूसुफ़ को 50 करोड़ रुपये की जमीन हड़पने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। पुणे जिले की मावल तहसील के खंडाला में 50 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन के फर्जी कागजात बनाने और धोखाधड़ी के संबंध में मुंबई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा 2019 में यूसुफ़ के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई थी,
जमीन के बनाए थे फर्जी दस्तावेज
4.4 एकड़ भूमि तत्कालीन हैदराबाद के नवाब जंग बहादुर के परिवार की ज्ञात होती है । पुलिस की जांच के अनुसार लकड़ावाला ने सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर भूमि के फर्जी कागजात बनवाए जिसमें यह लिखा था कि जमीन लकड़ावाला के पिता ने 1949 में खरीदी थी और बाद में उनके नाम की गयी थी ।यही नहीं लकड़ावाला की बहुत सारी फर्जी कम्पनियाँ भी थी ।
यूसुफ़ लकड़ावाला की प्रारम्भिक जीवन
मई 2003 में, उनके मारे जाने की अफवाह उड़ी थी। पर उसके बाद उन्हें कनाडा में देखा गया था । मई 2004 में, उन्हें ओटावा, ओंटारियो, कनाडा में रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस द्वारा उनके लिए इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस के बाद गिरफ्तार किया गया था। यूसुफ़ के ख़िलाफ़ जबरन वसूली, हत्या के प्रयास और दंगों के 20 से अधिक मामले शामिल थे ।