कोरोना की चौथी लहर के पहले कोविशील्ड के बाद कोवैक्सीन भी हुयी सस्ती

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कोरोना की चौथी लहर के पहले कोविशील्ड के बाद कोवैक्सीन भी हुयी सस्ती

| Updated: April 9, 2022 21:01

कोविशील्ड के बाद अब कोवैक्सीन (COVAXIN) की भी कीमत घट गयी है. ओमिक्रॉन समेत सार्स-Cov-2 के चिंतानजक स्वरूप (Variant of Concern) से लड़ने में कारगर कोवैक्सीन की बूस्टर खुराक अब सस्ते में मिलेगी. सरकार से बातचीत करने के बाद कोविड-19 रोधी टीकाकरण के तहत पहली दो खुराकें लेने के छह महीने बाद कोवैक्सीन की बूस्टर खुराक लोग ले सकेंगे. एक अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से लड़ने में कोवैक्सीन बेहद कारगर है.

कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने आज मीडिया को जानकारी दी कि उसने अपने वैक्सीन की कीमत 1200 रुपये से घटाकर 225 रुपये प्रति डोज कर दी है. ये रेट प्राइवेट हॉस्पिटल के हैं. भारत बायोटेक की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर सुचित्रा एला (Suchitra Ella) ने आज कहा कि सरकार के साथ बातचीत करने के बाद उनकी कंपनी ने कोवैक्सीन की कीमत घटाने का फैसला किया है.

आईसीएमआर और भारत बायोटेक के एक अध्ययन में यह बात कही गयी है. पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ प्रज्ञा यादव ने कहा कि ज्यादातर टीकों के लक्षित क्षेत्र के भीतर कम से कम 30 उत्परिवर्तन के साथ ओमिक्रॉन फैलने से और टीके से उत्पन्न एंटीबॉडीज के इस पर असर न होने से इसका प्रसार बढ़ा तथा फिर से संक्रमण फैला.उन्होंने कहा कि इसके अलावा अन्य मान्यताप्राप्त टीकों के मामले में भी वायरस के चिंताजनक स्वरूप (वीओसी) पर एंटीबॉडी का असर कम होने की खबरों ने दुनियाभर में चिंता पैदा की

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और कोवैक्सीन के निर्माता भारत बायोटेक ने यह अध्ययन जनवरी में किया था और इसके नतीजे 24 मार्च को ‘जर्नल ऑफ ट्रैवल मेडिसिन’ में प्रकाशित हुए.

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