जुलाई, 2017 में भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा एक मर्चेंट नेवी जहाज को गुजरात के पोरबंदर तट से लगभग 150 समुद्री मील की दूरी पर 1500 करोड़ रुपये की हेरोइन के साथ पकड़े जाने से लेकर अप्रैल, 2021 में गुजरात एटीएस द्वारा जखाउ तट पर 150 करोड़ रुपये की हेरोइन के साथ आठ पाकिस्तानियों को पकड़े जाने के बीच कई बार यह सामने आया है कि ड्रग माफियाओं द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों में ड्रग्स की आपूर्ति के लिए गुजरात तट या गुजरात का इस्तेमाल ट्रांजिट रूट के रूप में किया गया था।
डीआईजी, एटीएस हिमांशु शुक्ला ने कहा कि पाकिस्तान के ड्रग तस्कर, जो कथित तौर पर पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े हैं, अक्सर भारत में ड्रग्स की तस्करी के लिए गुजरात तट का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने आगे कहा, ‘नशीले पदार्थों के तस्कर अक्सर ड्रग्स लाने के लिए गुजरात तट का इस्तेमाल कर रहे हैं, क्योंकि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) जैसी एजेंसियों ने पंजाब सीमा पर गश्त बढ़ा रखी है। हालांकि, गुजरात पुलिस द्वारा कई बरामदगी और गिरफ्तारियों से ऐसे तत्वों पर रोक लगी है, जो गुजरात तट के जरिये ड्रग्स को भारत में लाने की कोशिश में शामिल हैं।’
गौरतलब है कि अगस्त 2018 में गुजरात एटीएस को तब बड़ी सफलता मिली थी, जब उन्होंने जाम सलाया के अजीज भगद और मांडवी के आरिफ सुमरा को 5 किलो हेरोइन के साथ गुजरात के तटीय शहर जाम सालाया से गिरफ्तार किया था।
डिप्टी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस (डीएसपी), एटीएस भावेश रोजिया ने कहा, ‘जांच से पता चला है कि यह 5 किलो हेरोइन उस 100 किलो हेरोइन का हिस्सा थी, जिसे पाकिस्तानी ड्रग माफिया तस्करी कर भारत लाए थे। यह भी पता चला कि पंजाब स्थित ड्रग माफिया सिमरनजीत सिंह संधू के पास तटीय इलाकों के माध्यम से कुल 300 किलोग्राम हेरोइन तस्करी कर पहुंचाई गई थी। संधू तब तक देश छोड़कर भाग चुका था। बाद में उसे गुजरात एटीएस के अनुरोध पर जारी रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) के आधार पर जनवरी, 2020 में इटली में हिरासत में ले लिया गया था। बाद में मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया गया। संधू को जल्द ही इटली से प्रत्यर्पित कराया जाएगा।’
संधू उत्तर भारत में ड्रग माफियाओं को ड्रग्स की आपूर्ति करता था
पंजाब के अमृतसर से ताल्लुक रखने वाले सिमरतजीत सिंह संधू का नेटवर्क उत्तर भारत के लगभग सभी राज्यों में है। जो ड्रग्स गुजरात तट से तस्करी कर लाया गया था, उसे वहां से पंजाब पहुंचाया गया और वहां से उत्तर भारत के राज्यों में ड्रग माफियाओं तक पहुंचाया गया।
रूट :
- हेरोइन की खेप पाकिस्तान के कराची बंदरगाह के पास स्थित छोटे तटीय गांवों से भेजी गई थी।
- पाकिस्तान की पाल वाली नौकाओं के जरिये इन्हें गुजरात के मांडवी तट से करीब 150 नॉटिकल मील के दायरे में लाया जाता था।
- यहां से मांडवी के आरिफ सुमरा की पाल वाली नौकाओं में लादकर ड्रग्स को मांडवी लाया जाता था।
- मांडवी से हेरोइन को छोटे-छोटे पैकेटों में गुजरात के मेहसाणा के उंझा लाया जाता था।
- उंझा से ड्रग्स को जीरे की बोरियों में छिपाकर राजस्थान के रास्ते पंजाब पहुंचाया जाता था।