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गुजरात विधानसभा चुनाव – गुजरात में लगे हिन्दू विरोधी लिखान के साथ केजरीवाल की टोपी पहने पोस्टर ,राजनीतिक पारा गर्म

| Updated: October 8, 2022 7:28 pm

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम द्वारा दिल्ली में एक जन धर्मांतरण सभा में कथित तौर से हिन्दू धर्म के खिलाफ शपथ लेने के बाद गुजरात का राजनीतिक पारा उचाई पर है। गुजरात में हिंदू विरोधी लिखान के साथ-साथ केजरीवाल की जाली टोपी और रुमाली पहने तस्वीर वाले पोस्टर लगाए गए हैं , इस साल के अंत से पहले राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं।सत्ताधारी दल भाजपा गौतम का वीडियो वायरल होने के बाद से ही आप पर हमलावर है जबकि विपक्षी दल कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते साफ नहीं किये हैं। पोस्टर किसने लगाए हैं यह भी अभी तक आधिकारिक तौर से साफ़ नहीं हुआ है , और ना ही कही शिकायत दर्ज हुयी है। दाहोद और बड़ोदा में सभा के दौरान भी आप सुप्रीमों अरविन्द केजरीवाल ने इस मसले पर कुछ नहीं कहा। वही राज्य भाजपा मीडिया समन्यवक डॉ यग्नेश दवे ने दावा किया कि आप का हिंदुत्व विरोधी चेहरा देखकर जामनगर में आप के 15 पदाधिकारियों और 200 कार्यकर्ताओं ने आम आदमी पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए।

केजरीवाल के फोटो वाले कुछ पोस्टरों में लिखा है, “मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश, राम, कृष्ण को भगवान नहीं मानता।” शुक्रवार की सुबह से जब आम आदमी पार्टी के मंत्री का वीडियो सामने आया है , सोशल मीडिया में एक तबका मुखर होकर केजरीवाल और आप का विरोध कर रहा है।

अहमदाबाद और राजकोट सूरत जैसे गुजरात के प्रमुख शहरों में आप प्रमुख की आलोचना करने वाले और उन्हें ‘हिंदू विरोधी’ करार देने और उन्हें मुस्लिम की आड़ में दिखाने वाले काले पोस्टर भी साथ-साथ आए हैं। पोस्टर, जो रातों रात लगाए गए हैं।

ऐसा ही एक पोस्टर, केजरीवाल की फोटो के साथ लिखा है “मैं हिंदू धर्म को एक मूर्खता मानता हूं,” जबकि दूसरे में लिखा है: “मैं श्राद्ध, पिंड दान या कोई अन्य हिंदू अनुष्ठान नहीं करूंगा।” हालांकि, उद्धरणों की प्रामाणिकता संदिग्ध बनी हुई है।

इससे पहले, त्योहारों के मौसम के बीच, दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने एक कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जहां सैकड़ों लोगों ने हिंदू देवताओं की निंदा करते हुए बौद्ध धर्म अपनाने का संकल्प लिया। घटना का वीडियो जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। क्लिप में, हजारों को हिंदू देवताओं की निंदा करते हुए शपथ लेते सुना जा सकता है।

सामूहिक धर्मांतरण कार्यक्रम, जिसे ‘धम्म चक्र प्रवर्तन दिन’ कहा जाता है, एक वार्षिक कार्यक्रम है, जो अक्टूबर 1956 में लाखों अनुयायियों के साथ डॉ. बी.आर. अम्बेडकर के भगवान बुद्ध के धर्म में परिवर्तन को चिह्नित करता है। डॉ अम्बेडकर ने 22 प्रतिज्ञाएँ ली थीं, जिनमें हिंदू देवताओं की कथित तौर से अवमानना थी , जो आमतौर पर इन सामूहिक धर्मांतरण कार्यक्रमों के दौरान दोहराई जाती हैं।

गुजरात में दिखाई देने वाले हिंदू विरोधी और केजरीवाल विरोधी पोस्टरों में महत्वपूर्ण बात यह है कि राज्य में दिसंबर 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। , मतदाता गुजरात विधानसभा के लिए 182 विधायकों का चुनाव करेंगे, जहां केजरीवाल अपने बयानों में सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं। मार्च 2022 में पंजाब विधानसभा चुनावों में व्यापक जीत हासिल करने के बाद, आम आदमी पार्टी के प्रमुख गुजरात में अपनी पार्टी को स्थापित करने के लिए कोशिश कर रही है।

मौजूदा विवाद पर गुजरात सरकार के कैबिनेट मंत्री और प्रवक्ता जीतू वाघणी ने कहा की ” केजरीवाल एन्ड कंपनी हिन्दुओं का अपमान करना बंद करें , ब्रह्मा विष्णु महेश हमारे आराध्य है। केजरीवाल एन्ड कंपनी हिन्दू समाज की अग्नि परीक्षा लेना बंद कर दे। “

कैबिनेट मंत्री और प्रवक्ता जीतू वाघणी

वही आम आदमी पार्टी की तरफ से सीधे तौर पर बोलने से बच रहे हैं , आप के शीर्ष नेता केजरीवाल के रोड शो में होने का हवाला देते नजर आये। उनकी प्रतिक्रिया आने के बाद खबर को अपडेट किया जायेगा।

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