शहर के एक पीआई के तबादले के बाद उन्हें लाखों की सौगात, डेढ़ लाख का फोन दिया फिर भी एसीबी खामोश

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शहर के एक पीआई के तबादले के बाद उन्हें लाखों की सौगात, डेढ़ लाख का फोन दिया फिर भी एसीबी खामोश

| Updated: September 1, 2022 06:51

अहमदाबाद शहर में आमतौर पर पुलिस अधिकारियों को दिवाली विशेष या जन्मदिन पर या जब वे सेवानिवृत्त होते हैं तो उन्हें बड़े उपहार दिए जाते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से पुलिस अधिकारियों का तबादला होने पर भी उन्हें बड़े और महंगे उपहार देने का चलन शुरू हुआ है। हैरानी की बात यह है कि इस तरह की विदाई पार्टी में उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में खुलेआम इतने महंगे तोहफे देकर भ्रष्टाचार को भी खुला मैदान मिल जाता है. अधिकारी कुछ समय के अलावा लंबे समय तक शहर की एजेंसी में पीआई के रूप में सेवा करने के बाद स्वेच्छा से राज्य पुलिस प्रमुख के पास स्थानांतरित हो गए और दूसरी एजेंसी में पीआई के तौर पर स्थानांतरित हुए है । उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में स्टाफ ने उन्हें नारियल और सवा रूपया की जगह साढ़े तीन लाख की वेबली और नारियल की जगह डेढ़ लाख का फोन दिया ,साथ में बाकी गिफ्ट तो थी ही। जबकि एसीबी शिकायत नहीं मिली की रट लगाकर मामले को टाल रही हैं।

शहर में एक एजेंसी में लंबे समय तक काम करने के बाद पीआई चुनाव में कहीं भी ट्रांसफर होने के डर से खुद ही दूसरी एजेंसी में तबादला करा लिया । यह पीआई का इतना शक्तिशाली था कि वह लंबे समय तक एजेंसी में ही पदस्थ रहे है। ऐसे में चुनाव के नजदीक आते ही उनका तबादला होने वाला था और किसी भी स्थान पर उनका तबादला हो सके, इसके लिए उन्होंने और उनके बॉस ने अलग-अलग तबादले की व्यवस्था की थी. उन्हें फिर से दूसरी एजेंसी में स्थानांतरित कर दिया गया। हालांकि, एजेंसी में एक पार्टी रखी गई थी जहां उनका तबादला हुआ था। इस पार्टी में एजेंसी के आला अधिकारी भी मौजूद थे. उनकी उपस्थिति में स्टाफ व अन्य पीआई मित्रों ने पीआई को साढ़े तीन लाख का वेबली उपहार दिया। अन्य पुलिस कर्मियों ने भी डेढ़ लाख का फोन भेंट किया। एक पुलिस अधिकारी नियम के अनुसार इतना महंगा उपहार स्वीकार नहीं कर सकता। हालांकि महंगा तोहफा अपने आप में चर्चा का विषय बन गया कि आखिर इतना महंगा तोहफा पुलिसकर्मी भी कैसे दे सकते हैं।

एसीबी छोटी रकम के लिए लोगों को पकड़ता है लेकिन बड़े सिर नहीं

राज्य का एसीबी विभाग छोटे लोगों पर नकेल कसता जा रहा है लेकिन बड़े सरगना यानी जो अधिकारी विशेष रूप से आरक्षक, पीआई, पीएसआई स्तर के अधिकारी किसी के इशारे पर नहीं पकड़े जाते हैं एसीबी के पास कई शिकायतें आती हैं लेकिन कई मामले बाहर भी निपटाए जा रहे हैं।सख्त कार्रवाई होने पर ही भ्रष्टाचार कम होगा।

थाने में चर्चा है कि “आप” की सरकार आई तो भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगा

हालांकि भ्रष्टाचार की हद नहीं है। जब ऐसी स्थिति आती है जहां कुछ पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार करते हैं और अधिकांश पुलिसकर्मी बदनाम होते हैं, तो थाने में चर्चा होती है कि अगर आपकी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए आती है, तो ऐसे भ्रष्टाचार का खात्मा होगा और भ्रष्टाचार विरोधी विभाग भी अधिक सक्रिय हो होगा। हालांकि, आप के कई वीडियो और फ़ोटो, ग्राफ़ और वादों को पुलिसकर्मियों ने अपनी डीपी में लगाकर आप को चर्चा में ला दिया है।

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