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सूरत -कपड़ा उद्योग में 24 अक्टूबर से दिवाली की छुट्टियां

| Updated: October 12, 2022 11:15 am

सूरतः बाजार में कपड़ा उत्पादों (textile products) की कम मांग ने सूरत के कपड़ा उद्योग (textile industry) को 24 अक्टूबर से दिवाली की छुट्टी करने के लिए मजबूर कर दिया है। हालांकि दिनों की संख्या को लेकर मतभेद है, फिर भी ये छुट्टियां 10 से 15 दिनों की हो सकती हैं।

फेडरेशन ऑफ गुजरात वीवर्स एसोसिएशन (FOGWA) की बैठक में पावरलूम उद्योग (powerloom industry) को 12 दिनों के लिए बंद रखने का फैसला किया गया। हालांकि सूरत बुनकर संघ (Weavers Association, SWA) ने 20 दिन की छुट्टी की मांग की है।

FOGWA के अध्यक्ष अशोक जीरावाला ने कहा, “हमने 10 से 12 दिनों के लिए छुट्टियों की घोषणा की है, क्योंकि बाजार में कोई बड़ी मांग नहीं है। ऐसे में हमारे लिए कारखानों को चालू रखना संभव नहीं है। लेकिन हम इसे 20 दिन नहीं कर सकते, क्योंकि मजदूर तब अपने-अपने गांव चले जाएंगे, जहां से उन्हें वापस लाना मुश्किल होगा।”

इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, सूरत में 24 घंटे में 40,000 से अधिक पावरलूम कारखानों में लगभग 4.50 करोड़ मीटर कपड़ा कपड़ा बुना जाता है। पावरलूम फैक्ट्रियों में काम करने वाले करीब 65 फीसदी मजदूर ओडिशा के हैं, जबकि बाकी उत्तर प्रदेश और बिहार के हैं।

SWA के अध्यक्ष विजय मंगुकिया ने कहा, ‘हमने 20 दिन की छुट्टी की मांग की, क्योंकि बाजार में कोई बड़ी मांग नहीं है। लंबी छुट्टी से पावरलूम उद्योग को फायदा होगा। कई संघों (associations) ने हमारी मांग का समर्थन किया है।”

दक्षिण गुजरात टेक्सटाइल प्रोसेसिंग एसोसिएशन (SGTPA) ने रंगाई और छपाई (dyeing and printing) मिलों को 15 दिनों के लिए बंद रखने का फैसला किया है। सूरत में करीब 340 रंगाई और छपाई मिलें हैं।

SGTPA के अध्यक्ष जीतूभाई वखारिया ने कहा, ‘हमने 15 दिनों के लिए छुट्टी घोषित करने का फैसला किया, क्योंकि इस साल बाजार में कोई बड़ी मांग नहीं है। फिलहाल कपड़ा उद्योग के लिए स्थिति अनुकूल नहीं (not in favourable) है। पहले दिवाली पर हम महीने भर में 24 घंटे फैक्ट्रियां चलाते थे, लेकिन इस साल नजारा कुछ और है। हम हर हफ्ते दो छुट्टियां दे रहे हैं।”

मांग में गिरावट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, “कच्चे माल (raw materials) और कोयले की कीमतें भी बढ़ गई हैं। इससे पहले दिवाली से पहले हम सूरत से देश के अन्य हिस्सों में प्रतिदिन कपड़ा ले जाने वाले लगभग 400 ट्रक भेजते थे, लेकिन इस साल सिर्फ 170 से 200 ट्रक ही जा रहे हैं।

ऐसे में फेडरेशन ऑफ सूरत टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन ने मंगलवार को सूरत में FOSTTA सदस्यों के साथ बैठक की और सात दिनों की छुट्टी का फैसला किया। FOSTTA के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने कहा, “आम तौर पर हम चार से पांच दिनों के लिए छुट्टियां मनाते हैं। इस बार हमारे पास 24 अक्टूबर से सात दिन हैं, क्योंकि मांग में 50 फीसदी की कमी आई है। हम दिवाली के बाद शादियों के सीजन में अच्छी मांग की उम्मीद कर रहे हैं।”

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