वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से आने वाले आयात पर 25% टैरिफ और अतिरिक्त दंडात्मक शुल्क लगाने की घोषणा की है। उन्होंने यह कदम भारत के “उच्च टैरिफ” और रूस से उसके घनिष्ठ ऊर्जा संबंधों को लेकर उठाया है।
व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने कहा कि अमेरिका इस समय भारत के साथ व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा है, लेकिन भारत दुनिया में सबसे ज्यादा टैरिफ लगाने वाले देशों में से एक है।
ट्रंप ने कहा, “भारत 100-150% तक टैरिफ लगाता है। वे 175% से भी ज्यादा लेते हैं। हम अब उनसे बात कर रहे हैं। देखते हैं क्या होता है।”
ब्रिक्स पर भी तीखा हमला
ट्रंप ने भारत की ब्रिक्स (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) में सदस्यता पर भी सवाल उठाए और इसे “एंटी-अमेरिका” गठबंधन बताया। उन्होंने कहा कि यह समूह डॉलर को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने कहा, “ब्रिक्स एक डॉलर पर हमला है, और हम ऐसा नहीं होने देंगे। भारत उसका हिस्सा है, यह हैरानी की बात है।”
मोदी से दोस्ती, लेकिन व्यापार पर नाराज़गी
ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को “दोस्त” बताया, लेकिन व्यापार असंतुलन को लेकर नाराज़गी जताई।
ट्रंप ने कहा, “भारत हमसे बहुत बेचता है, लेकिन हम उन्हें नहीं बेच पाते। वजह? उनके टैरिफ बहुत ज़्यादा हैं। अब वे टैरिफ घटाने को तैयार हैं, लेकिन देखते हैं क्या होता है।”
ट्रुथ सोशल पर तीखा बयान
ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा:
“भारत हमारे दोस्त हैं, लेकिन उनका टैरिफ सिस्टम बहुत कठोर है। वे रूस से ऊर्जा और हथियार खरीदते हैं, और इसलिए उन्हें 25% टैरिफ और पेनल्टी चुकानी होगी।”
भारत का जवाब: “हम अपने हितों की रक्षा करेंगे”
भारत सरकार ने जवाब में कहा है कि वह MSME, किसानों और उद्यमियों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, और अमेरिका के साथ संतुलित व्यापार समझौते की दिशा में काम जारी रहेगा।
भारत सरकार ने बयान में कहा, “भारत और अमेरिका पिछले कुछ महीनों से संतुलित और पारस्परिक रूप से लाभदायक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहे हैं। हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं।”

पाकिस्तान से अमेरिका की नई डील, भारत को भी जोड़ा
ट्रंप ने खुलासा किया कि अमेरिका ने पाकिस्तान के साथ एक नई तेल साझेदारी डील की है, जिसके तहत दोनों देश पाकिस्तान के ऊर्जा भंडार का संयुक्त विकास करेंगे।
ट्रंप ने कहा, “हमने पाकिस्तान के साथ एक डील की है। कौन जाने, शायद एक दिन वो तेल भारत को भी बेचें!”
ट्रंप के अनुसार, अमेरिका जल्द ही किसी तेल कंपनी का चयन करेगा जो इस प्रोजेक्ट की अगुवाई करेगी। अभी तक किसी कंपनी या समयसीमा की घोषणा नहीं की गई है।
दक्षिण कोरिया और अन्य देशों से भी बातचीत
ट्रंप ने यह भी कहा कि वे दक्षिण कोरिया के प्रतिनिधिमंडल से मिलने वाले हैं, जो टैरिफ घटाने का प्रस्ताव लेकर आ रहा है।
ट्रंप ने कहा, “कई देश अब टैरिफ कम करने की पेशकश कर रहे हैं। जल्द ही एक विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी।”
यह भी पढ़ें- ऑपरेशन महादेव: अमित शाह की रातभर निगरानी और फॉरेंसिक जांच से हुआ पहलगाम के हत्यारों का खुलासा









