वारदा खान ने एक बार खुलासा किया था कि उनके पति यानी फिल्म निर्माता और निर्देशक साजिद नाडियाडवाला के पास अभी भी पूर्व पत्नी, दिवंगत अभिनेत्री दिव्या भारती के ‘परफ्यूम और हेयर प्रोडक्ट्स’ हैं। एक पुराने इंटरव्यू में वारदा ने कहा था कि साजिद दिव्या के परिवार के काफी करीब थे। साजिद ने दिव्या के साथ शादी तब की थी, जब वह 18 साल की थीं। इसके एक साल बाद ही 5 अप्रैल, 1993 को 19 साल की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।
दिव्या की मुंबई में पांचवीं मंजिल स्थित अपने घर की बालकनी से गिरने से मौत हो गई थी। उनकी मृत्यु के वर्षों बाद साजिद और वारदा ने नवंबर 2000 में शादी की। वे दो बेटों के माता-पिता हैं।
2020 में वारदा ने बॉलीवुड हंगामा को बताया था कि साजिद अभी भी दिव्या के परिवार के साथ करीबी रिश्ता साझा करते हैं। उन्होंने कहा था, “साजिद उनके बहुत करीब हैं। यहां तक कि मम्मा (दिव्या की मां) के निधन के बाद वह उनके पिता के लिए बेटा समान रहे। आप सोच भी नहीं सकते कि पापा और साजिद कितने करीब हैं। फिर कुणाल और साजिद… भाइयों की तरह ही बात करते हैं। मैंने कभी उनकी जगह लेने की कोशिश नहीं की। मैंने अपनी जगह बना ली है। यादें हमेशा खूबसूरत होती हैं। तो, मुझे ट्रोल करना बंद करो! वह मेरे जीवन का हिस्सा हैं, और हम इसका आनंद ले रहे हैं। कभी-कभी लोग कहते हैं कि दिव्या भारती बहुत अच्छी थीं। बेशक, बहुत अच्छी थीं यार। हम लोग उन्हें प्यार करते हैं। वह मेरे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।”
बाद में एक ट्वीट साझा करते हुए उन्होंने कहा था, “साजिद ने अभी भी आखिरी बार परफ्यूम, हेयर प्रोडक्ट्स, कुछ और आइटम्स को छुआ है …. वह उनकी डेब्यू फिल्म… सात समुंदर का हिस्सा थीं।” ट्वीट करते हुए उन्होंने यह भी कहा, “हां, अजीब तरह से मुझे लगता है कि उन्होंने हमें एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मैं साजिद नाडियाडवाला से उनकी पहली सालगिरह पर एक इंटरव्यू के लिए मिली … साजिद, दिव्या के पिताजी, मेरे ससुराल वाले अक्सर मुझे बताते हैं कि वह मेरे जैसी थीं…बहुत कुछ वही स्वभाव… वही पागलपन… वही व्यवहार…”
दिव्या ने तेलुगु फिल्म बॉबबिली राजा (1990) में वेंकटेश के साथ मुख्य भूमिका से करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद नीला पेनी और राउडी अल्लुडू में काम किया। 1992 में उन्होंने विश्वात्मा से बॉलीवुड में करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने दिल का क्या कसूर, शोला और शबनम, दीवाना, बलवान, दिल आशना है, दुश्मन जमाना जैसी कई फिल्मों में अभिनय किया। उनकी दो फिल्में-रंग और शतरंज 1993 में मरणोपरांत रिलीज हुईं।