अहमदाबाद के बोपल और घुमा क्षेत्रों में सफाई के मामले में पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद, तीन उप नगर आयुक्तों की समिति ने नगरपालिका द्वारा उपलब्ध कराए गए उस समय के रिकॉर्ड के अनुसार निगम में 53 सफाई कर्मचारियों को दैनिक कर्मचारियों के रूप में नियुक्त किया. बोपल क्षेत्र में आज से सफाई अभियान शुरू हो गया है. लेकिन कुछ सफाईकर्मियों का समावेश ना होने पर उन्होंने धरना देते हुए विरोध प्रदर्शन किया इस दौरान कुछ सफाईकर्मियों ने फिनाइल पीकर आत्महत्या करने की कोशिश की. सफाईकर्मियों को फिनाइल पीने कारण इलाज के लिए सोला सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में स्थायी समिति के अध्यक्ष हितेश बरोट ने कहा कि सुबह जब सफाई शुरू हुई तो मैंने दौरा किया था लेकिन मुझे ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है. बोपल पुलिस थाने के पीआई पीआर जडेजा ने कहा कि कुछ कर्मचारियों के फिनाइल पीने की सुचना मिली है और उन्हें सोला सिविल अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। नियमित करने की मांग को लेकर सफाईकर्मी विरोध कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार बोपल और घुमा क्षेत्र जब नगर निगम से नगर पालिका में शामिल किये गए तब में 53 सफाई कर्मचारियों की सूची नगर पालिका को दी गयी थी. इन 53 कर्मचारियों को विवाद के बाद 2 सितंबर को दैनिक कर्मचारियों के रूप में नगर पालिका में शामिल किया गया था । कुछ कर्मचारियों को दैनिक कर्मचारी के रूप में नहीं रखा गया था और सफाईकर्मियों ने आज विरोध किया और सफाईकर्मियों में से पांच फिनाइल पीकर जबकि 2 ने केरोसीन डालकर आत्महत्या का प्रयास किया। जब सफाई चल रही थी उस दौरान 25 पुरुष और महिला सफाईकर्मी पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे ,इसी दौरान कुछ सफाईकर्मियों ने फिनाइल पीकर और केरोसिन डालकर आत्महत्या की कोशिश की। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसके हाथ से केरोसिन के डिब्बे छीने।
उल्लेखनीय है कि पहले 53 व बाद में बोपल व घुमा क्षेत्र में सफाई के लिए विभिन्न क्षेत्रों से 119 कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी,बोपल में आज सुबह उपस्थित कर्मचारियों के साथ सफाई शुरू हुई जिसमें नगर आयुक्त रमेश मेरजा, उत्तर पश्चिम क्षेत्र ठोस कचरा प्रबंधन के सहायक निदेशक कल्पेश पटेल सहित अधिकारी मौजूद रहकर सफाई करवाई लेकिन अचानक कुछ सफाईकर्मी वहां पहुंच गए और अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया.
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