भारत के तेज़ गेंदबाज़ और मौजूदा टेस्ट उप-कप्तान जसप्रीत बुमराह को इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज़ में नेतृत्व की भूमिका नहीं दी जा सकती है। बीसीसीआई के सूत्रों ने बताया कि चयनकर्ता ऐसे खिलाड़ी को उप-कप्तान बनाना चाहते हैं जो पांचों टेस्ट मैचों में उपलब्ध रहे।
बुमराह ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत को एकमात्र टेस्ट जीत दिलाई थी और इससे पहले दो और टेस्ट में भी कप्तानी की थी। लेकिन इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की लंबी सीरीज़ को देखते हुए उनका हर मुकाबले में खेलना संभव नहीं है। ऐसे में चयनकर्ता स्थायी उप-कप्तान की तलाश में हैं।
एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, “हम ऐसा खिलाड़ी चाहते हैं जो सभी पांच टेस्ट खेले और उसे उप-कप्तानी सौंपी जाए। बुमराह हर टेस्ट नहीं खेलेंगे, इसलिए हर मैच में अलग-अलग उप-कप्तान रखना व्यावहारिक नहीं होगा। बेहतर होगा कि कप्तान और उप-कप्तान दोनों निश्चित हों और पूरी सीरीज़ में खेलें।”
सूत्रों के अनुसार, चयनकर्ता एक युवा चेहरे को उप-कप्तान बनाना चाहते हैं जिसे भविष्य में कप्तानी के लिए तैयार किया जा सके। मौजूदा टीम में शुभमन गिल (25) और ऋषभ पंत (27) इस श्रेणी में फिट बैठते हैं। अन्य अनुभवी खिलाड़ी जैसे विराट कोहली, रवींद्र जडेजा और केएल राहुल 30 वर्ष से ऊपर हैं, जबकि यशस्वी जायसवाल (23) को अभी बहुत युवा माना जा रहा है।
चोटों का इतिहास भी बुमराह के पक्ष में नहीं जाता। उन्हें इस साल की शुरुआत में सिडनी टेस्ट में पीठ में चोट लगी थी, जिससे वह तीन महीने क्रिकेट से बाहर रहे और चैंपियंस ट्रॉफी व आईपीएल के पहले हाफ से चूक गए। इससे पहले 2022 में भी पीठ की गंभीर चोट के चलते वह लगभग 11 महीने क्रिकेट से दूर रहे थे, जिसमें टी20 वर्ल्ड कप भी शामिल था। इसके अलावा पेट में खिंचाव और उंगली की चोटों के चलते भी वह कई मैचों से बाहर रहे हैं।
भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज़ की शुरुआत 20 जून से होगी, जबकि पांचवां और अंतिम टेस्ट 31 जुलाई से खेला जाएगा। लंबे दौरे को देखते हुए टीम मैनेजमेंट बुमराह के वर्कलोड को लेकर सतर्क है।
पूर्व कोच रवि शास्त्री, जिनके कार्यकाल में बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में नाम कमाया, ने भी इस सीरीज़ के दौरान बुमराह को संभलकर इस्तेमाल करने की सलाह दी है। उन्होंने आईसीसी रिव्यू में कहा, “मैं बुमराह को लेकर बहुत सतर्क रहूंगा। मैं उन्हें एक बार में दो टेस्ट खेलने दूंगा और फिर आराम। आदर्श रूप से चार टेस्ट खिलाएं, लेकिन अगर वह अच्छी शुरुआत करते हैं तो पाँचों खिलाने का लालच रहेगा, मगर यह उनके शरीर की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “उन्हें पहले अवसर मिलना चाहिए यह कहने का कि हाँ, थोड़ी तकलीफ महसूस हो रही है, एक ब्रेक से फायदा होगा। उन्हें वह ब्रेक ज़रूर दिया जाए।”
भारतीय टीम प्रबंधन के लिए बुमराह की फिटनेस बनाए रखना आगामी आईसीसी टूर्नामेंटों को देखते हुए एक प्रमुख प्राथमिकता है।
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