सिविल लिबर्टी समूहों ने की मेवाणी की तत्काल रिहाई की मांग

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सिविल लिबर्टी समूहों ने की मेवाणी की तत्काल रिहाई की मांग

| Updated: April 24, 2022 11:44

पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल) और अनहद (एक्ट नाउ फॉर हार्मनी एंड डेमोक्रेसी) ने गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी की तत्काल रिहाई की मांग की है। वडनगर निर्वाचन क्षेत्र से पहली बार विधायक बने मेवाणी को 20 अप्रैल 2022 की मध्यरात्रि से ठीक पहले असम पुलिस ने गुजरात के पालनपुर सिरुट हाउस से गिरफ्तार किया है।

दलित नेता मेवाणी को 19 अप्रैल को कोकराझार पुलिस स्टेशन में बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद (बीटीसी) के भाजपा के कार्यकारी सदस्य अरूप कुमार डे द्वारा दायर एक शिकायत  पर गिरफ्तार किया गया था। पता चला है कि शिकायत उनके एकाउंट से किए गए एक ट्वीट को लेकर थी। युवा नेता ने प्रधानमंत्री को गोडसे का भक्त बताते हुए देश में व्याप्त सांप्रदायिक घृणा के माहौल के खिलाफ अपील करने का आग्रह किया था।

पीयूसीएल ने शनिवार को एक बयान में कहा, “राजनीति में नेताओं के बीच कुछ कटाक्ष या आरोपों का आदान-प्रदान होता रहता है। दरअसल प्रधानमंत्री से शांति सुनिश्चित करने के लिए कुछ कदम उठाने की अपील करने वाले ट्वीट के पीछे की मंशा के लिए जिग्नेश मेवाणी जैसे विधायक की तो सराहना होनी चाहिए।

एक्ट नाउ फॉर हार्मनी एंड डेमोक्रेसी (अनहद) ने गिरफ्तार विधायक के परिवार और दोस्तों को परेशान करने के लिए असम के साथ-साथ गुजरात पुलिस को भी दोषी ठहराया है। उसने गिरफ्तारी की निंदा की है और जिग्नेश मेवाणी की तत्काल रिहाई की मांग की है। मानवाधिकार एनजीओ ने भारत की स्थिति को “अघोषित आपातकाल” करार दिया है। उसने इस पर हैरानी जताई है कि सरकार के खिलाफ बोलने के लिए अगर कोई साहस जुटाए तो “सामंती शासन” दमन पर उतर आता है। अनहद कार्यकर्ताओं ने एक बयान में कहा, “यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 2014 में मोदी द्वारा केंद्र में सत्ता संभालने के बाद से देश में सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं बढ़ी हैं।”

इस बीच, गुजरात पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अहमदाबाद के राखियाल में राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के कार्यालय से कंप्यूटरों को जब्त कर लिया है। इसलिए कि मेवाणी इसी संगठन से जुड़े हुए हैं। गुजरात पुलिस ने मेवाणी के साथियों कमलेश कटारिया, जगदीश चावड़ा, अमरनाथ और सतीश, मेवाणी के पीए के घरों पर छापा मार कर मोबाइल फोन जब्त कर लिया। मेवाणी के कुछ अन्य साथियों का आरोप है कि पुलिस उन्हें धमका रही है।

पुलिस ने जिग्नेश मेवाणी के विधायक क्वार्टर से दो और डेस्कटॉप, सीपीयू को कब्जे में लिया है। पुलिस ने अहमदाबाद के मेघानीनगर में जिग्नेश मेवाणी के घर की भी तलाशी ली और कुछ फाइलें जब्त की हैं।

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