अहमदाबाद: दिल्ली पुलिस ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (IGI) हवाई अड्डे पर हाल ही में हुए वीजा-ऑन-डिपार्चर घोटाले में कथित तौर पर शामिल एक मानव तस्कर को गिरफ्तार किया है। उसकी गिरफ्तारी गुजरात में गांधीनगर के मानसा से हुई। बता दें कि गुजरात में पिछले कुछ वर्षों से मानव तस्करी बढ़ गई है। इसी साल जनवरी में ऐसी ही एक कोशिश में अमेरिका-कनाडा सीमा के पास गांधीनगर के दिलगुचा गांव के एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई थी। उनकी पहचान जगदीश बलदेवभाई पटेल (39), वैशालीबेन पटेल (37), विहांगी पटेल (11) और धर्मिक पटेल (3) के रूप में हुई थी। उनकी मौत ठंड की चपेट में आने से हो गई थी।
बहरहाल गुजरता पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, “दिल्ली पुलिस की पांच अलग-अलग टीमें अगस्त के अंतिम सप्ताह में नारन चौधरी नाम के मानव तस्कर की तलाश में गांधीनगर पहुंची थीं। पिछले हफ्ते जब एक टीम ने चौधरी को ट्रेस किया, तो वह स्थानीय ग्रामीणों की मदद से गिरफ्तारी से बच गया।”
अधिकारी ने बताया कि गांधीनगर के एक पुलिस अधिकारी के रिश्तेदार चौधरी ने बाद में दिल्ली पुलिस टीम के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
घटना से वाकिफ गुजरात पुलिस के सूत्रों ने बताया कि चौधरी गांव स्तर के एजेंट के तौर पर काम करता था। वह मुंबई और दिल्ली के मानव तस्करों के लिए काम करता था। दरअसल इंसानों की तस्करी में शामिल होने के आरोप में 18 अगस्त को अहमदाबाद से विशाल बरमाटे नाम के एक एजेंट की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस की टीम गुजरात पहुंची थी।
जांच से पता चला कि वह और उसका गिरोह अवैध रूप से अमेरिका जाने की कोशिश कर रहे व्यक्तियों के लिए रैकेट चलाता था। बरमाटे जाकिर शेख के नाम से पहचाने जाने वाले मुंबई के एक शख्स की मदद से फर्जी यूएस वीजा सप्लाई करता था। बरमाटे और शेख के नाम दरअसल सात जुलाई को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस में दर्ज तस्करी के एक मामले की जांच में सामने आए थे।
सूत्रों और पुलिस से प्राप्त कागजी कार्रवाई के आधार पर मुंबई के बरमाटे और उसके आकाओं ने वीजा स्टिकर प्राप्त किए, जिसे उन्होंने उन यात्रियों के पासपोर्ट पर चिपका दिए, जिन्हें भेजना होता था।
मुंबई से जिन तस्करों के लिए बरमाटे ने काम किया था, उन्होंने गैरकानूनी तरीकों से विभिन्न सरकारी कार्यस्थलों से वीजा स्टिकर प्राप्त किए थे। जिन लोगों ने उनकी सेवा का लाभ उठाया था, उनमें से बहुत से लोग उत्तरी गुजरात के थे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शेख के साथ दिल्ली पुलिस की टीमें आईं, जिन्होंने चौधरी समेत अन्य आरोपी लोगों की जानकारी दी। गुजरात पुलिस के सूत्रों ने बताया कि मेहसाणा के चार लोगों पर अप्रैल और मई में विदेश यात्रा करने के लिए फर्जी दस्तावेज पेश करने का मामला दर्ज किया गया था। वे थे: धोलासन के हर्षद पटेल, कडी के जतिन नई, मोकासन के दीक्षित पटेल और विसनगर के हितेश त्रिवेदी।
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