ग्वालियर, मध्य प्रदेश – मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक पांच साल की मासूम बच्ची जिंदगी और मौत से जूझ रही है। उस पर हुए क्रूर शारीरिक हमले और बलात्कार ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। इस जघन्य अपराध के लिए एक 17 साल के किशोर को हिरासत में लिया गया है, जो बच्ची के पड़ोस में रहता है। बच्ची के माता-पिता ने मांग की है कि आरोपी को नाबालिग नहीं, बल्कि वयस्क मानकर सजा दी जाए।
पुलिस के अनुसार, यह घटना 22 फरवरी को हुई, जब आरोपी कथित तौर पर नशे की हालत में बच्ची को उसके घर की छत से पास के एक सुनसान इमारत में ले गया। वहां उसने बच्ची के साथ बलात्कार किया और फिर उसकी हत्या करने की कोशिश में उसके सिर को बार-बार जमीन पर पटक दिया। इस क्रूर हमले से बच्ची बेहोश हो गई और उसके शरीर पर कई गंभीर चोटें आईं, जिसमें उसके निजी अंगों को भी भारी नुकसान पहुंचा।
बच्ची को होश आने पर उसने अपने माता-पिता को आपबीती सुनाई, जिसके बाद परिवार ने तुरंत शिकायत दर्ज की और पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। उसे ग्वालियर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी नाजुक हालत को देखते हुए आपात सर्जरी की। मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, बच्ची के निजी अंगों पर 28 टांके लगाने पड़े। उसकी हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।
इस घटना ने लोगों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है और सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है। बच्ची के परिवार ने आरोपी को वयस्क मानते हुए अधिकतम सजा, जिसमें फांसी भी शामिल हो, देने की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, जो ग्वालियर से हैं, ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और जिला प्रशासन व शिवपुरी पुलिस अधीक्षक से संपर्क कर मामले में सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, “हमारे क्षेत्र और राज्य में इस तरह के अपराधों के लिए कोई जगह नहीं है। मैंने तुरंत इस घटना का संज्ञान लिया और प्रशासन व पुलिस को ऐसे खूंखार अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
पुलिस ने पुष्टि की है कि 17 वर्षीय आरोपी हिरासत में है और मामले की जांच जारी है। इस घटना ने नाबालिग अपराधियों के खिलाफ कानून और सजा को लेकर बहस को फिर से तेज कर दिया है।
हालांकि, बच्ची अपनी जिंदगी की जंग लड़ रही है, उसका परिवार और आम लोग इस मामले में न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यह घटना पूरे क्षेत्र के लिए एक गहरे सदमे का कारण बन गई है।
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