गुजरात विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के पहले मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने महगाई , भ्रष्टाचार ,सरकारी कर्मचारियों से जुड़े मुद्दों , ड्रग्स की समस्याओं को लेकर 10 सितम्बर को सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक स्वैच्छिक तौर से गुजरात बंद का एलान किया है। गुजरात प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जगदीश ठाकोर ने कहा कि इस बंद से अम्बाजी मंदिर में भक्तों को भीड़ को देखते हुए अम्बा जी और उसके अलग बगल की तहसीलों को अलग रखा गया है।
ठाकोर ने आगे कहा कि “आज गुजरात का कर्मचारी दुखी है , उसे दबाया जा रहा है , पुलिसकर्मी आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे है , उनका वेतनमान कम है , काम का दवाब है , महिला पुलिसकर्मियों की हालत और ख़राब है , स्कूल में शिक्षक नहीं है। अस्पताल में डॉक्टर नहीं है। किसान बिजली के भाव से परेशान है ,लेकिन सरकार उत्सव में व्यस्त है , जनता के पैसे से उत्सव हो रहे हैं। इसलिए 10 सितंबर को स्वैच्छिक बंद का आह्वान किया गया है। जिसके लिए व्यापारिक संगठनों से बात की जा रही है। बंद को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर कांग्रेस नेताओं को जिम्मेदारी दी गयी है , यह बंद पूरी तरह से स्वैच्छिक तथा अहिंसात्मक होगा। बंद से आवश्यक सेवाओं को मुक्ति दी जाएगी। “
पूर्व प्रदेश कांग्रेस प्रमुख सिद्धार्थ पटेल ने कहा कि ” बहुत हुयी महगाई की मार के नारे से सरकार बनाने वाली भाजपा के राज में पिछले 8 साल में रोजमर्रा की चीजों में 75 से 250 प्रतिशत की वृद्धि हुयी है। पहली बार आटा में टैक्स लगाया गया है , सरकार ने 8 प्रतिशत जीएसटी लगाया लेकिन भाव 15 तक बढ़ गए। स्कूल शिक्षा बेहद महगी हो गयी है। आम आदमी परेशान है , अकेले अहमदाबाद में बड़ी संख्या में छोटी दुकाने बंद हो गयी हैं। स्वरोजगार की जगह लोग बेरोजगार हो रहे हैं। इस दौरान गुजरात कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता महगाई की बढ़ी हुयी दरों का विवरण प्रस्तुत किया।
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