गुजरात के 10 एयरपोर्ट को तीन साल में 300 करोड़ से अधिक का नुकसान -

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गुजरात के 10 एयरपोर्ट को तीन साल में 300 करोड़ से अधिक का नुकसान

| Updated: February 18, 2023 20:25

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण AAI द्वारा संचालित गुजरात के 10 एयरपोर्ट घाटे में चल रहे है जिसमे वडोदरा और सूरत जैसे व्यस्त एयरपोर्ट का भी समावेश है। दोनों एयरपोर्ट नुकसान के मामले में क्रमशः पहले और दूसरे नंबर पर हैं। वडोदरा एयरपोर्ट को पिछले तीन साल में 145 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। सूरत एयरपोर्ट को पिछले 3 साल में 97.27 करोड़ का घाटा झेलना पड़ा है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के आकड़ों के मुताबिक तीन साल में नुकसान 300 करोड़ से अधिक का है।

गुजरात में अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का संचालन अडानी समूह के पास है। इसके अलावा, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण AAI गुजरात में 10 हवाई अड्डों का प्रबंधन करता है।

पिछले 3 वित्तीय वर्षों में जानकारी सामने आई है कि वड़ोदरा, सूरत, जामनगर, राजकोट, भावनगर, भुज, दीव, कांडला केशोद, पोरबंदर एयरपोर्ट घाटे में हैं. एएआई को 3 हवाईअड्डों को छोड़कर सभी में घाटा हुआ है।

3 साल में किसे कितना नुकसान हुआ

  • वडोदरा एयरपोर्ट 145.10 करोड़
  • सूरत एयरपोर्ट 97.24 करोड़
  • राजकोट एयरपोर्ट 68 करोड़
  • भावनगर एयरपोर्ट 27.14 करोड़
  • भुज एयरपोर्ट 4.15 करोड़
  • दीव एयरपोर्ट 5.73 करोड़
  • जामनगर एयरपोर्ट 5.73 करोड़
  • कांडला एयरपोर्ट 2.52 करोड़
  • केशोद एयरपोर्ट 4.25 करोड़
  • पोरबंदर एयरपोर्ट 6.59 करोड़

घाटे की वजह

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के 10 एयरपोर्ट में से कांडला, पोरबंदर, जामनगर एयरपोर्ट ने पिछले तीन वित्त वर्ष में एक बार मुनाफा कमाया है। इसके अलावा सभी एयरपोर्ट्स को तीन साल में घाटा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, गुजरात के ज्यादातर एयरपोर्ट पर यात्रियों की ओर से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है।

कुछ हवाई अड्डों पर एक दिन में केवल एक या दो उड़ानें होती हैं। जिससे एयरपोर्ट्स को नुकसान हो रहा है। केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय की ओर से ठोस प्लानिंग की जाए तो एयरपोर्ट को होने वाले नुकसान को निश्चित रूप से कम किया जा सकता है। दूसरी ओर कोरोना के बाद से विदेशी यात्रियों की संख्या में भी कमी आई है। जो कि एक कारण भी है।

वडोदरा , सूरत एयरपोर्ट भी घाटे में

वडोदरा एयरपोर्ट को हुए नुकसान का आंकड़ा चौकाने वाला है. क्योंकि यह अहमदाबाद के बाद दूसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। वड़ोदरा गुजरात के मध्य में स्थित है। तो यहां से हर राज्य की कनेक्टिविटी एयरपोर्ट और रेलवे के जरिए बहुत अच्छी है। वड़ोदरा एयरपोर्ट की बात करें तो उसे 2019-20 में 42.66 करोड़ रुपये, 2020-21 में 51.22 करोड़ रुपये और 2021-22 में 51.22 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। ऐसे में वड़ोदरा एयरपोर्ट का नुकसान एयरपोर्ट अथॉरिटी के लिए चिंता का विषय है।

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