ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर खिसका

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ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर खिसका

| Updated: October 15, 2022 18:23

नई दिल्लीः वैश्विक भूख सूचकांक (Global Hunger Index) में भारत छह पायदान नीचे खिसक कर अब 121 देशों में 107वें स्थान पर पहुंच गया है। इससे पहले भारत 116 देशों की रैंकिंग में 101वें स्थान पर था। दक्षिण एशियाई देशों में युद्धग्रस्त अफगानिस्तान के बाद सबसे अधिक खराब हालात भारत के ही हैं।

ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) वैश्विक (global), क्षेत्रीय (regional )और राष्ट्रीय (national) स्तर पर भूख को मापने और ट्रैक (measuring and tracking) करने का तरीका है। जीएचआई स्कोर चार बातों पर आधारित होते हैं। ये हैं– अल्पपोषण (- undernourishment), बच्चों में विकास न होना (child stunting), बाल वेस्टिंग (child wasting) और बाल मृत्यु दर (child mortality)। जीएचआई स्कोर की गणना 100 अंकों के पैमाने पर की जाती है, जिससे भूख की गंभीरता का पता चलता है। इसमें शून्य सबसे अच्छा स्कोर होता है, जिसका मतलब होता है-भूख नहीं। इसी तरह 100 सबसे खराब स्कोर होता है।

भारत में करीब 20 लोग ऐसे हैं, जो हर रोज अच्छे से खाना नहीं खा पाते हैं और रात को उन्हें भूखे ही रहना पड़ता है। 2020 में साउथ एशिया में 1331.5 मिलियन लोग ऐसे थे, जिन्हें हेल्दी डाइट नहीं मिल पाई। इनमें से 973.3 मिलियन लोग भारत के ही थे। अगर भूख से मरने वाले लोगों का आंकड़ा देखें, तो भारत में हर साल 7 हजार से 19 हजार लोग भूख से मर रहे हैं। यानी पांच से 13 मिनट में एक आदमी खाना बिना मर जाता है।

बता दें कि इससे पहले 2020 में भारत 94 वें नंबर पर था। अभी भारत का स्कोर 29.1 है। यह 2000 में जहां 38.8 था, वहीं 2012 और 2021 के बीच 28.8 27.5 के बीच रहा।

अगर पड़ोसी देशों की बात करें तो पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार की स्थिति हमसे बेहतर है। 121 देशों की सूची में पाकिस्तान 99वें, श्रीलंका 64वें, बांग्लादेश 84वें, नेपाल 81वें व म्यांमार 71वें नंबर पर है। 

ग्लोबल हंगर इंडेक्स के आंकड़ों के हिसाब से जॉम्बिया, अफगानिस्तान, तिमोर-लेस्ते, गिनी-बिसाऊ, सिएरा लियोन, लेसोथो, लाइबेरिया, नाइजर, हैती, चाड, डेम कांगो, मेडागास्कर, मध्य अफ्रीकी गणराज्य और यमन की स्थिति भारत से भी खराब है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गिनी, मोजाम्बिक, युगांडा, जिम्बाब्वे, बुरुंडी, सोमालिया, दक्षिण सूडान और सीरिया सहित 15 देशों के लिए रैंक का निर्धारण नहीं किया जा सकता है।

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