अहमदाबाद: आवारा कुत्ते धोखेबाज और खतरनाक में होते जा रहे हैं। शहरी इलाकों में आतंक फैलाने के बाद ये अब कच्छ के रण में जंगली गधों के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।
जंगली गधे को दुनिया के सबसे तेज जानवरों में से एक माना जाता है, जो 80 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से दौड़ सकता है और जीप को भी पीछे छोड़ सकता है। लेकिन ऐसे जंगली गधे अब कुत्तों के हमलों के सबसे आसान शिकारों में से एक हैं।
पिछले महीने दो जंगली गधों और उनके बछड़े का कुत्तों के झुंड ने पीछा किया और उन्हें मार डाला। यह कोई पहली घटना नहीं है। यहां तक कि पक्षियों और शाकाहारियों पर भी आवारा पशुओं का हमला हो रहा है। 9वें वाइल्ड ऐस पॉपुलेशन एस्टीमेशन 2020 की रिपोर्ट में इसे लेकर चेतावनी दी गई है।
इसमें कहा गया है, “अभयारण्य (sanctuary) के अंदर 400 आवारा कुत्ते हैं, जो न केवल शाकाहारी बल्कि जंगली गधे की आबादी के स्वास्थ्य के लिए भी खतरा पैदा करते हैं। इसलिए, आवारा कुत्तों की आबादी को नियंत्रित किया जाना चाहिए।” विशेषज्ञों का कहना है कि अपने प्राकृतिक आवास में जंगली गधों की आबादी के लिए यह खतरा प्रोसोपिस जूलीफ्लोरा जैसी आक्रामक झाड़ियों और स्थानीय चरवाहों द्वारा अतिक्रमण से उत्पन्न खतरे से कहीं अधिक गंभीर है।
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