गुजरात विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस के पहली कतार में शामिल नेताओं का भाजपा के प्रति आकर्षण बढ़ता जा रहा है। भाजपा में शामिल होने वाले नए नेताओं की सूची में गुजरात के गृह मंत्री रह चुके नरेश रावल , राज्यसभा सदस्य और अनुसूचित जाति के अध्यक्ष रह चुके राजू परमार का समावेश है।
भाजपा सूत्र पूर्व मंत्री चन्द्रिका बेन चुडस्मा , और मेहसाणा जिला कांग्रेस के पूर्व प्रमुख मान सिंह ठाकोर का समावेश बता रहे हैं। इनके अलावा भी कई बड़े नाम भाजपा के संपर्क में हैं , जिनके ” प्रवेशोत्सव ” की तारीख तय होनी बाकी है।
भाजपा में शामिल होने के पीछे इन नेताओं का तर्क नेतृत्व से असंतुष्टी , अपेक्षित सम्मान ना मिलना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों से प्रभावित होना है।
पूर्व गृह राज्य मंत्री और मेहसाणा जिले की विजापुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के तीन बार विधायक रहे नरेश रावल ने वाइब्स ऑफ़ इंडिया से भाजपा में शामिल होने की पुष्टी करते हुए कहा है, ” पार्टी को अपना सब कुछ देने की कोशिश की , मुझे पार्टी से कई शिकायतें हैं, लेकिन इन सभी मुद्दों पर बात करने का यह सही समय नहीं है, लेकिन पार्टी को ‘जय हिंद’ कहने का फैसला किया। मैं जल्द ही भाजपा में शामिल होऊंगा और भाजपा नेतृत्व जो भी जिम्मेदारी देगा वह निभाउंगा ।
कुछ समय के लिए गुजरात विधानसभा में विरोध पक्ष के नेता की भूमिका निभा चुके रावल कांग्रेस का बड़ा ब्राह्मण चेहरा और सोनिया गाँधी के राजनीतिक सलाहकार रहे दिवंगत नेता अहमद पटेल के नजदीकी थे।
कांग्रेस के एक अन्य नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद राजू परमार ने वाइब्स आफ इंडिया से दलबदल का कारण वरीष्ठ नेताओं की उपेक्षा बता रहे हैं गुजरात कांग्रेस के लम्बे समय तक दलित चेहरे रहे परमार ने आगे कहा ” मैं तीन दशक से अधिक समय से कांग्रेस में रहा हु ,पार्टी अब नए नेतृत्व के चक्कर में वरीष्ठ नेताओं को सम्मान नहीं दे रही है। ” परमार ने जोर देकर कहा कि जल्दी ही और नेता पार्टी छोड़ेंगे। “
वही चंद्रिकाबेन चुडास्मा मंत्री रह चुकी है। चुडास्मा गुजरात के दूसरे सबसे अहम कोली समाज से आती है। वह जूनागढ़ के मांगरोल क्षेत्र का विधानसभा में प्रतिनिधित्व करती थी।
मेहसाणा जिला कांग्रेस के पूर्व प्रमुख मान सिंह ठाकोर ओबीसी समाज से आते हैं। मेहसाणा गुजरात की राजनीति का केंद्र बिंदु माना जाता है। अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बनाया
गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रमुख अर्जुन मोढ़वाडिया ने नेताओं के भाजपा छोड़ने की वाइब्स आफ इंडिया से पुष्टी करते हुए कहा की भाजपा में जाने वाले दूसरे नेताओं की तरह इन्हे भी अपमान ही मिलेगा।
चंद्रिकाबेन लम्बे समय से पार्टी की बैठकों में शामिल नहीं हो रही थी।
नरेश रावल के उपेक्षा के आरोपों को नकाराते हुए मोढ़वाडिया ने कहा कि ” नरेश भाई को पार्टी ने गृहमंत्री बनाया , विरोध पक्ष का नेता बनाया , 5 बार टिकट दी , कोर कमेटी में हैं फिर कहा अन्याय ?”
वही राजू परमार को तीन बार राज्य सभा का सदस्य बनाया , अनुसूचित जाति आयोग का अध्यक्ष बनाया। ऐसे में और क्या चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक नरेश रावल , पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला के कांग्रेस में संभावित प्रवेश से नाराज हैं , जबकि राजू परमार वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाये जाने तथा उनके बढ़ते कद से असंतुष्ट थे।
2017 विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के 15 विधायक और हार्दिक पटेल समेत पहली दूसरी पंक्ति के 60 से अधिक नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं।