कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शक्तिसिंह गोहिल (Shaktisinh Gohil) ने कहा है कि मोटेरा सरदार पटेल स्टेडियम (Motera Sardar Patel Stadium) का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम (Narendra Modi Stadium) करना महान स्वतंत्रता सेनानी का अपमान है। वह भाजपा के उन आरोपों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि कांग्रेस सरदार पटेल के प्रति स्पष्ट नहीं है।
राजकोट में पत्रकारों से बात करते हुए गोहिल ने कहा, “मेरा मानना है कि भारत के प्रधानमंत्री अकेले भाजपा के प्रधानमंत्री नहीं हैं। वह मेरे प्रधानमंत्री भी हैं। कुछ लोग जो उन्हें अपना प्रिय बनाना चाहते थे, उन्होंने मोटेरा के क्रिकेट स्टेडियम से सरदार पटेल का नाम हटा दिया और उसका नाम प्रधानमंत्री के नाम पर रख दिया।”
गोहिल ने कहा कि वह “यह मानने के लिए तैयार नहीं हैं कि नरेंद्रभाई इतना नीचे गिर सकते थे कि नाम में इस तरह के बदलाव के लिए वह (पीएम मोदी) कह सकते हैं”। उन्होंने कहा, “मैं उनसे ऐसे लोगों को यह बताने का अनुरोध करता हूं कि सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और उस स्टेडियम में केवल गुजरात के गौरव सरदार वल्लभभाई पटेल का नाम ही उपयुक्त हो सकता है,” उन्होंने कहा।
हाल ही में, पीएम मोदी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (Statue Of Unity) गए थे, जहां उन्होंने पूछा कि क्या “सबसे पुरानी पार्टी सरदार पटेल के साथ खुद को जोड़ने में विफल रही है”। वह राजस्थान (Rajasthan) में कांग्रेस सरकार (Congress government) द्वारा जारी एक विज्ञापन का जिक्र कर रहे थे जिसमें पटेल की जयंती पर न तो उनका नाम था और न ही उनकी फोटो थी।गोहिल ने कहा कि सरदार पटेल को ‘भारत का लौह पुरुष’ कहा जाता था क्योंकि महात्मा गांधी ने उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में यह नाम दिया था जो अन्याय के खिलाफ लोहे की तरह कड़ा संघर्ष करेगा। “अगर उनके साथ अन्याय हुआ होता तो सरदार साहब कांग्रेस में बने नहीं रहते।” उन्होंने कहा।
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