D_GetFile

नए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ही तय करेंगे मेरी भूमिका : राहुल

| Updated: October 20, 2022 11:31 am

नई दिल्लीः कांग्रेस( Congress )में अध्यक्ष चुनाव का रिजल्ट कतई चौंकाने वाला नहीं था। लेकिन इसने थोड़ा चकित जरूर किया। मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने जहां 7,897 वोट (84.14%) लेकर जीते और 24 वर्षों में पहले गैर-गांधी अध्यक्ष बने, वहीं शशि थरूर(Shashi Tharoor )ने 1,072 वोट (11.42%) पाकर कई लोगों को चौंका दिया। कुल 9,385 मतों में से 416 मत अवैध (invalid) घोषित किए गए।

थरूर को मिला 11% से अधिक वोट शेयर पार्टी में बदलाव के लिए वोट को बताता है। खड़गे को बधाई देने के लिए सबसे पहले थरूर उनके घर पहुंचे। सोनिया गांधी के साथ उनकी बेटी और एआईसीसी महासचिव (AICC general secretary ) प्रियंका गांधी वाड्रा भी पार्टी अध्यक्ष बनने की बधाई देने के लिए खड़गे के 10, राजाजी मार्ग स्थित आवास पर गईं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खड़गे को बधाई देने के लिए ट्विटर का सहारा लिया। उन्होंने ट्वीट किया, “उनका कार्यकाल फलदायी (fruitful tenure) साबित हो।”

राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के तहत बुधवार को आंध्र प्रदेश में थे। उन्होंने खड़गे से फोन पर बात की। यह पूछे जाने पर कि वह और उनकी मां अब क्या भूमिका निभाएंगे, राहुल ने कहा: “… निश्चित रूप से मैं कांग्रेस अध्यक्ष की भूमिका पर टिप्पणी नहीं कर सकता … यह श्री खड़गे के लिए के लिए है। जहां तक मेरी भूमिका का सवाल है, मैं बहुत स्पष्ट हूं। कांग्रेस अध्यक्ष ही मेरी भूमिका तय करेंगे और मुझे कहां कार्य पर लगाया जाएगा।”

यह पूछे जाने पर कि क्या यह बात सोनिया पर भी लागू होती है, उन्होंने कहा: “यह आपको खड़गेजी और सोनिया गांधी जी से पूछना चाहिए। लेकिन जहां तक कांग्रेस पार्टी का सवाल है, पार्टी में अंतिम अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष के पास है और हमारे पास एक नया अध्यक्ष हैं। वही तय करेंगे कि कांग्रेस पार्टी कैसे आगे बढ़ती है।”

खड़गे के आवास पर बधाई देने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत समेत कई वरिष्ठ नेता पहुंचे। राहुल और प्रियंका ने भी खड़गे को बधाई संदेश ट्वीट किए, लेकिन थरूर का कोई जिक्र नहीं किया।

80 वर्षीय खड़गे दरअसल जगजीवम राम के बाद दलित समुदाय के दूसरे नेता हैं, जो स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस अध्यक्ष बने। वह पिछले 75 वर्षों में दक्षिण से पार्टी को चलाने वाले छठे नेता बने हैं, जिनके जिम्मे नए सिरे से पार्टी में जान डालने का कठिन काम है। वह औपचारिक रूप से 26 अक्टूबर को पदभार ग्रहण करेंगे।

जीत के बाद खड़गे ने पार्टी को नेतृत्व प्रदान करने के लिए सोनिया को धन्यवाद दिया। कहा कि कांग्रेस के टॉप पर उनका कार्यकाल इतिहास में दर्ज किया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों से राहुल की चल रही यात्रा में शामिल होने की अपील की। कहा कि आज भारत की सबसे बड़ी समस्या महंगाई , बेरोजगारी, अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई और सरकार द्वारा फैलाई जा रही नफरत (hatred) है।

खड़गे ने कहा, “हम उनसे (सोनिया और राहुल) से मार्गदर्शन (guidance) लेते रहेंगे। हम सभी को कार्यकर्ताओं की तरह मिलकर काम करना है। कोई बड़ा नहीं है, कोई छोटा नहीं है। हम सब बराबर हैं। हमें मिलकर संविधान पर हमले और लोकतंत्र को नष्ट करने की साजिश के खिलाफ लड़ना है। हमें उन फासीवादी ताकतों से लड़ना है, जो सांप्रदायिकता की आड़ में देश की हर लोकतांत्रिक संस्था पर हमला कर रही हैं। हम संगठन को मजबूत करेंगे और हम इन चुनौतियों का सामना करेंगे।” उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सब बातें कर रही है और कार्रवाई नहीं कर रही है।

थरूर ने खड़गे को बधाई देते हुए उन पीसीसी प्रतिनिधियों (delegates) को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनको वोट दिया। कहा, “पार्टी प्रतिनिधियों का निर्णय अंतिम है और मैं इसे विनम्रतापूर्वक स्वीकार करता हूं। एक ऐसी पार्टी का सदस्य होना सौभाग्य की बात है, जो अपने कार्यकर्ताओं को अपना अध्यक्ष चुनने की अनुमति देती है। हमारे नए अध्यक्ष एक पार्टी सहयोगी और सीनियर हैं। मुझे विश्वास है कि हम उनके मार्गदर्शन में सभी सामूहिक रूप से पार्टी को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।”

इससे पहले आखिरी समय तक चुनाव डटकर लड़ा गया। वोटों की गिनती से एक दिन पहले थरूर ने पार्टी के चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश में चुनाव कराने में “गड़बड़ियों” की ओर इशारा किया। उन्होंने यूपी के वोटों को अवैध मानने की मांग की। लेकिन मिस्त्री ने कहा कि थरूर खेमे द्वारा लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं है।

आखिरकार यह हैं राहुल गांधी, जिनसे जुड़ सकता है भारत

Your email address will not be published. Required fields are marked *