विमान में मरीज को दो बार आया हार्ट अटैक, भारतीय डॉक्टर ने बचाई जान

Gujarat News, Gujarati News, Latest Gujarati News, Gujarat Breaking News, Gujarat Samachar.

Latest Gujarati News, Breaking News in Gujarati, Gujarat Samachar, ગુજરાતી સમાચાર, Gujarati News Live, Gujarati News Channel, Gujarati News Today, National Gujarati News, International Gujarati News, Sports Gujarati News, Exclusive Gujarati News, Coronavirus Gujarati News, Entertainment Gujarati News, Business Gujarati News, Technology Gujarati News, Automobile Gujarati News, Elections 2022 Gujarati News, Viral Social News in Gujarati, Indian Politics News in Gujarati, Gujarati News Headlines, World News In Gujarati, Cricket News In Gujarati

विमान में मरीज को दो बार आया हार्ट अटैक, भारतीय डॉक्टर ने बचाई जान

| Updated: January 6, 2023 18:25

डॉक्टर्स Doctor को भगवान का दूसरा रूप कहा जाता है और भारतीय मूल के एक डॉक्टर ने हाल ही में इस बात को साबित किया है. लंदन से बेंगलुरु आ रहे विमान में हजारों फीट की ऊंचाई पर एक यात्री को दो बार हार्ट अटैक Heart Attack in Plane आया , लेकिन विमान में मौजूद एक भारतीय डॉक्टर ने अपने हुनर ​​और समय का इस्तेमाल कर यात्री की जान बचा ली.

यह घटना यूके से भारत आने वाली 10 घंटे की उड़ान के दौरान हुई। लेकिन सौभाग्य से मरीज के लिए भारतीय मूल के डॉक्टर डॉ. विश्वराज वेमाला Dr. Vishwaraj Vemala भी सफर कर रहे थे. डॉ वेमला यूनिवर्सिटी अस्पताल बर्मिंघम University Hospital Birmingham में सलाहकार हेपेटोलॉजिस्ट Consultant Hepatologist हैं।

43 वर्षीय यात्री अचानक विमान में बेहोश हो गया

43 वर्षीय यात्री अचानक विमान में बेहोश हो गया और फ्लाइट अटेंडेंट चिल्लाने लगी। रोगी को कोई पूर्व चिकित्सा समस्या नहीं थी। जैसे ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा (Heart Attack in Plane ), वे विमान में सीटों की पंक्तियों के बीच गिर पड़े। उसकी नब्ज रुक गई थी और उसकी सांसें रुक गई थीं। इस बीच, डॉ. विश्वराज वेमुला Dr. Vishwaraj Vemala उनकी मदद के लिए दौड़ पड़े।

उन्होंने करीब एक घंटे तक सीने को पंप कर होश में लाने की कोशिश की और जिससे उन्होंने फिर से सांस ली। डॉ वेमला ने फ्लाइट स्टाफ से पूछा कि क्या उनके पास कोई दवाई है। सौभाग्य से, विमान में जीवन रक्षक दवाओं के साथ एक आपातकालीन बैग था।

अन्य यात्रियों से मिली मदद

मरीज की चिकित्सा स्थिति की निगरानी के लिए विमान में कोई उपकरण नहीं था। लेकिन ऑटोमेटिक एक्सटर्नल डीफिब्रिलेटर automatic external defibrillator और ऑक्सीजन oxygen की सुविधा थी। उन्होंने अन्य यात्रियों से मदद मांगी और उनसे हार्ट रेट मॉनिटर,Heart Rate Monitor ब्लड प्रेशर मापने की मशीन, पल्स ऑक्सीमीटर Pulse Oximeter और ग्लूकोमीटर Glucometerलिया।

इस दौरान मरीज डॉ. वेमला से बात कर रहा था और अचानक एक और दिल का दौरा पड़ा। इस बार उसकी छाती को पंप कर उसे पुनर्जीवित करने में अधिक समय लगा।

केबिन स्टाफ ने भी डॉक्टर की मदद की और इस तरह मरीज को फ्लाइट में कुल पांच घंटे तक जिंदा रखा। यात्री भी भारतीय मूल का था और उसका ब्लड प्रेशर सामान्य नहीं था और करीब दो घंटे से पल्स रेट अनियमित थी।

पाकिस्तान ने लैंडिंग की इजाजत नहीं दी

मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉ. वेमला और पायलट ने पाकिस्तान में निकटतम हवाई अड्डे पर उतरने की अनुमति मांगी, लेकिन इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया।

अंत में उन्होंने विमान को मुंबई हवाई अड्डे पर उतारा जहां एक बचाव दल पहले से ही जमीन पर मौजूद था। डॉ। वेमला के प्रयासों से डिस्चार्ज होने पर मरीज की हालत स्थिर थी। जब डॉ वेमला और मरीज अलग हुए, तो मरीज की आंखों में आंसू थे और उन्होंने अपनी जान बचाने के लिए डॉक्टर को धन्यवाद दिया।

भावनगर में अशांत धारा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d