comScore 'ओपनएआई' को लेकर कई खुलासे करने वाले सुचिर बालाजी अमेरिकी अपार्टमेंट में पाए गए मृत - Vibes Of India

Gujarat News, Gujarati News, Latest Gujarati News, Gujarat Breaking News, Gujarat Samachar.

Latest Gujarati News, Breaking News in Gujarati, Gujarat Samachar, ગુજરાતી સમાચાર, Gujarati News Live, Gujarati News Channel, Gujarati News Today, National Gujarati News, International Gujarati News, Sports Gujarati News, Exclusive Gujarati News, Coronavirus Gujarati News, Entertainment Gujarati News, Business Gujarati News, Technology Gujarati News, Automobile Gujarati News, Elections 2022 Gujarati News, Viral Social News in Gujarati, Indian Politics News in Gujarati, Gujarati News Headlines, World News In Gujarati, Cricket News In Gujarati

Vibes Of India
Vibes Of India

‘ओपनएआई’ को लेकर कई खुलासे करने वाले सुचिर बालाजी अमेरिकी अपार्टमेंट में पाए गए मृत

| Updated: December 14, 2024 12:40

सैन फ्रांसिस्को। ओपन-एआई (Open-AI) के पूर्व कर्मचारी सुचिर बालाजी अपने अपार्टमेंट के अंदर मृत पाए गए हैं। सैन जोस मर्करी न्यूज के अनुसार, बालाजी उनके बुकानन स्ट्रीट अपार्टमेंट के अंदर मृत पाए गए। उनके मृत होने की पुष्टि सैन फ्रांसिस्को पुलिस और मुख्य चिकित्सा परीक्षक के कार्यालय ने की है।

चिकित्सा परीक्षक के कार्यालय ने मृत्यु के तरीके को आत्महत्या माना और पुलिस अधिकारियों ने इस सप्ताह कहा कि ‘वर्तमान में, किसी भी तरह की गड़बड़ी का कोई सबूत नहीं है।’

रिपोर्टों में एक प्रवक्ता के हवाले से कहा गया, “मुख्य चिकित्सा परीक्षक कार्यालय (ओसीएमई) ने मृतक की पहचान सैन फ्रांसिस्को निवासी 26 वर्षीय सुचिर बालाजी के रूप में की है। उनकी मौत आत्महत्या के रूप में निर्धारित की गई है।”

प्रवक्ता ने कहा, “ओसीएमई ने परिजनों को सूचित कर दिया है और इस समय प्रकाशन के लिए कोई और टिप्पणी या रिपोर्ट नहीं है।”

सुचिर बालाजी ने लगभग चार साल तक ‘ओपनएआई’ में काम किया था। तब उन्हें एहसास हुआ कि यह तकनीक समाज को फायदे से ज्यादा नुकसान पहुंचाएगी। यह बात उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स से कही थी।

‘ओपनएआई’ के प्रवक्ता ने कहा, “आज इस बेहद दुखद समाचार को जानकर हम स्तब्ध हैं और इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं सुचिर के प्रियजनों के साथ हैं।”

अक्टूबर में ‘एक्स’ पर एक पोस्ट करके बालाजी बताया था, “मैं लगभग 4 साल तक ‘ओपनएआई’ में था और उनमें से पिछले 1.5 साल तक ‘चैटजीपीटी’ पर काम किया। शुरुआत में मुझे कॉपीराइट, फेयर यूज आदि के बारे में अधिक जानकारी नहीं थी, लेकिन ‘जेनएआई’ कंपनियों के खिलाफ सभी मुकदमों को देखने के बाद मैं जानने को उत्सुक हो गया।”

बालाजी ने आगे लिखा, “जब मैंने इस मुद्दे को बेहतर ढंग से समझने की कोशिश की, तो अंत में इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि फेयर यूज कई ‘जेनएआई’ उत्पादों के लिए एक बहुत ही अविश्वसनीय डिफेंस की तरह लगता है, मूल कारण यह है कि वे ऐसे विकल्प बना सकते हैं जो उस डाटा के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं जिस पर उन्हें प्रशिक्षित किया जाता है।”

बालाजी कंप्यूटर विज्ञान का अध्ययन करने के लिए कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले गय थे। वह कैलिफोर्निया के क्यूपर्टिनो में पले-बढ़े।

Inputs With IANS

यह भी पढ़ें- सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बने गुकेश, देश के लिए गौरव का क्षण

Your email address will not be published. Required fields are marked *