सुजलॉन एनर्जी के संस्थापक और प्रबंध निदेशक तुलसी तांती का 1 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया। वह 64 वर्ष के थे। वह तांती इंडियन विंड टर्बाइन मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे। उनके परिवार में बेटी निधि और बेटा प्रणव हैं। उन्होंने शनिवर को अंतिम सांस अहमदाबाद में ली।
उनके निधन की सूचना कंपनी की ओर से दी गई। कंपनी ने बताया है कि श्री तांती को दिल का दौरा पड़ा था। बयान में कहा गया कि इस कठिन समय में कंपनी को अपने अत्यधिक अनुभवी निदेशक मंडल और वरिष्ठ प्रबंधन का समर्थन प्राप्त है, जो श्री तांती की विरासत को आगे ले जाने और कंपनी के लिए उनके विचारों को साकार करने के लिए सक्षम और प्रतिबद्ध हैं।
पवन ऊर्जा विशेषज्ञ
तुलसी तांती के पास 1995 में एक कपड़ा व्यवसाय था। उन्होंने कपड़ा कंपनी की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पवन ऊर्जा (wind energy ) उत्पादन में कदम रखा और सुजलॉन एनर्जी की स्थापना की। उन्होंने 2001 में कपड़ा व्यवसाय को बेच दिया। फिर 2003 में सुजलॉन को अमेरिका में दक्षिण-पश्चिमी मिनेसोटा में 24 टर्बाइनों की आपूर्ति के लिए डैनमार एंड एसोसिएट्स से पहला ऑर्डर मिला। फिलहाल सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप 8,535.90 करोड़ रुपये है। तुलसी तांती ने 1995 में सुजलॉन एनर्जी की स्थापना के साथ भारत में पवन क्रांति का नेतृत्व किया। उन्होंने भारतीय अक्षय ऊर्जा उद्योग में ऐसे समय में अवसर की कल्पना की, जब वैश्विक पवन ऊर्जा बाजार में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का वर्चस्व था और महंगी और जटिल तकनीकों की विशेषता थी। पारंपरिक व्यवसायों के लिए काफी हद तक अव्यावहारिक (unviable for traditional businesses) भी।