सब्जियों की भरमार से कीमतें धड़ाम

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सब्जियों की भरमार से कीमतें धड़ाम

| Updated: January 3, 2023 12:08

अहमदाबादः सर्दियों में सब्जियों की भरमार है। इससे  अमदावादियों के लिए सब्जियां थोड़ी अधिक सस्ती हो गई हैं। पिछले पखवाड़े में टमाटर, पत्ता गोभी, गाजर, फूलगोभी, कुंदरू, ग्वार फली, बैंगन, ब्रॉड बीन्स और फ्रेंच बीन्स सहित कई सब्जियों की कीमतों में भारी गिरावट आई है।

अंबावाड़ी के एक सब्जी विक्रेता नरेश प्रजापति ने कहा कि टमाटर अब 40 रुपये किलो से घटकर 30 रुपये किलो पर आ गया है, जबकि गाजर 60 रुपये किलो से 40 रुपये किलो हो गया है। इसी तरह लौकी की कीमत 60 रुपये से घटकर 40 रुपये हो गई हैं। यहां तक कि पालक, मेथी और अदरक की कीमतों में भी करीब 30-40 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि, प्रजापति ने कहा कि शादी के सीजन में कीमतें बढ़ सकती हैं। कीमतों में गिरावट के कारण उन्होंने अपने व्यवसाय में 10% से 20% की वृद्धि देखी है।

झांसी की रानी में आशापुरी नाम से सब्जियों और फलों की दुकान के मालिक जवानजी प्रजापति ने कहा कि कीमत में गिरावट के कारण कारोबार 10% से 20% तक बढ़ गया है, लेकिन जरूरी नहीं कि यह बेहतर मुनाफे में तब्दील भी हो। हालांकि, कीमतों में गिरावट ग्राहकों के लिए अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोग जो चाहते हैं, वह अच्छी कीमत पर भी खरीदते ही हैं। फिर सर्दियों में सब्जियां खूब होती और हर साल की तरह इस बार सप्लाई भी अच्छी है।

आनंदनगर में उत्तम सब्जी और फल केंद्र के हितेश गुप्ता ने कहा कि पिछली सर्दियों की तुलना में सब्जियों की कीमतों में 50% की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की गिरावट से ठेले वालों को ज्यादा मुनाफा होता है, न कि सब्जी बेचने वाली दुकानों को। गुप्ता ने कहा, ‘कई ठेले वाले सीजन के दौरान सब्जी के कारोबार में उतर जाते हैं और इससे कंपटीशन बढ़ जाती है।’

रामदेवनगर में महादेव वेजिटेबल्स एंड फ्रूट्स के एक कर्मचारी दिनेश प्रजापति ने कहा कि ऑनलाइन सब्जी बाजार और लारी विक्रेता उनके व्यवसाय में सेंध लगाते हैं। मोटेरा स्थित शिव शक्ति वेजीटेबल्स एंड फ्रूट्स शॉप के अनिल यादव ने कहा कि कीमतें कम होने का मतलब है कि किसानों को नुकसान होगा।

जोधपुर के सब्जी विक्रेता कोकिला दांतानी और रंजन बिहारी ने कहा कि टमाटर के दाम कम हो गए हैं, इसलिए ग्राहक ज्यादा खरीद रहे हैं। उन्होंने कहा, “हम 200 रुपये में टमाटर का एक बैग खरीदते थे, लेकिन अब इसकी कीमत 75 रुपये है। सब्जियों की बिक्री कमोबेश पिछली सर्दियों की तरह ही रही है।”

दक्षिण बोपल की निवासी मिली परमार ने कहा कि कीमतों में गिरावट उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो थोक में खरीदारी करते हैं। उन्होंने कहा, “हमरा दो लोगों का परिवार हैं। इसलिए हमारी जरूरतें कम हैं और हम कीमत के बावजूद समान मात्रा में खरीदारी करते हैं। हालांकि, अगर हमें कम कीमत पर हरी पत्तेदार सब्जियां मिलें तो यह फायदेमंद है।’

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