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अमेरिका में 9 गुजराती मूल के भारतीयों पर $9.5 मिलियन के अवैध जुए के रैकेट का आरोप, ‘ऑपरेशन टेक बैक अमेरिका’ के तहत कार्रवाई

| Updated: July 28, 2025 12:00

अमेरिका में अवैध जुए के रैकेट का भंडाफोड़, गुजराती मूल के 9 भारतीय नागरिकों पर वायर फ्रॉड, मनी लॉन्ड्रिंग और रैकेटियरिंग जैसे गंभीर आरोप

अहमदाबाद/स्प्रिंगफील्ड (अमेरिका): अमेरिका में बड़े पैमाने पर की गई एक संघीय कार्रवाई के तहत, गुजराती मूल के 9 भारतीय नागरिकों पर मिसौरी के छह शहरों में फैले एक बहु-मिलियन डॉलर के अवैध जुए के रैकेट को संचालित करने का आरोप लगाया गया है। आरोपियों पर ‘स्किल गेम आर्केड’ की आड़ में गैरकानूनी इलेक्ट्रॉनिक जुआ केंद्र चलाने और 2022 से 2025 के बीच 9.5 मिलियन डॉलर (करीब 80 करोड़ रुपये) से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है।

अमेरिका के वेस्टर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ मिसौरी के अटॉर्नी कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि ये नौ आरोपी — जॉर्जिया से 4, न्यूयॉर्क से 2, वॉशिंगटन, अर्कांसस और कोलोराडो से 1-1 — पर 23 और 24 जुलाई को आरोप तय किए गए। 72 काउंट्स की सुपरसीडिंग इंडिक्टमेंट एक ग्रैंड जूरी द्वारा 14 मई को सील की गई थी, जिसे अब सार्वजनिक कर दिया गया है।

यह नई चार्जशीट पिछले वर्ष 10 दिसंबर 2024 को एक आरोपी पर दायर की गई प्रारंभिक चार्जशीट को विस्तारित करती है और इसमें नए आरोपी व आरोप जोड़े गए हैं।

अमेरिका के अटॉर्नी जेफ रे ने कहा, “अवैध जुए के धंधे स्थानीय समुदायों को नुकसान पहुंचाते हैं और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित करते हैं। हमने अपने कानून प्रवर्तन भागीदारों के साथ मिलकर इस आपराधिक साजिश को खत्म किया है।”

स्प्रिंगफील्ड के पुलिस प्रमुख पॉल विलियम्स ने कहा, “यह मामला एक स्थानीय जांच से शुरू हुआ और फिर कई राज्यों तक फैले एक संगठित आपराधिक नेटवर्क में बदल गया।”

वैध व्यवसाय की आड़ में अवैध धंधा

आरोपियों ने Big Win Arcade, Spin Hitters और Vegas City Arcade जैसे नामों से व्यवसाय पंजीकृत कराए, जो देखने में सामान्य एंटरटेनमेंट सेंटर लगते थे, लेकिन इनका उपयोग स्प्रिंगफील्ड, जोपलिन और ब्रैनसन वेस्ट जैसे शहरों में अवैध जुए के अड्डों के रूप में किया गया।

मार्क जिटो, स्पेशल एजेंट इन चार्ज, होमलैंड सिक्योरिटी (कैनसस सिटी) ने कहा, “यह कोई मामूली स्कीम नहीं थी। यह एक सुव्यवस्थित, बहु-मिलियन डॉलर का आपराधिक नेटवर्क था, जो खुलेआम काम कर रहा था और खुद को कानून से ऊपर समझता था।”

किन आरोपों में फंसे हैं आरोपी?

चार्जशीट के मुताबिक सभी नौ आरोपियों पर निम्नलिखित आरोप लगाए गए हैं:

  • वायर फ्रॉड (Wire Fraud) की साजिश
  • अवैध जुए के कारोबार का संचालन
  • मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश

इसके अतिरिक्त:

  • सभी पर कम से कम एक वायर फ्रॉड का आरोप
  • आठ आरोपियों पर मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश का भी आरोप
  • कुछ पर $10,000 से अधिक की एकल अवैध ट्रांजैक्शन का आरोप

ये अवैध गतिविधियाँ 1 जुलाई 2022 से 13 मई 2025 तक की अवधि में हुईं।

कैसे चलता था यह रैकेट?

अदालत में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार, आरोपियों ने स्किल गेम आर्केड, इंटरनेट एम्यूजमेंट सेंटर्स और एडल्ट आर्केड्स के नाम पर फर्जी कंपनियां बनाईं। अप्रैल से अगस्त 2023 के बीच, एक आरोपी ने मिसौरी में निम्नलिखित छह कंपनियां ऑनलाइन रजिस्टर करवाईं:

  • Big Win Arcade, LLC
  • Big Win Arcade 2023, LLC
  • Spin Hitters 1, LLC
  • Spin Hitters, LLC
  • Vegas City Arcade, LLC
  • Vegas Arcade, LLC

इन कंपनियों के जरिए उन्होंने स्प्रिंगफील्ड, जोपलिन और ब्रैनसन वेस्ट में व्यापार लाइसेंस, यूटिलिटी कनेक्शन, लीज समझौते और व्यवसायिक दस्तावेज प्राप्त किए।

उन्होंने स्थानीय कर्मचारियों को काम पर रखा और वहां जुए की मशीनें और स्लॉट मशीनें लगाईं, जो मिसौरी राज्य और संघीय कानूनों का उल्लंघन करती हैं। 31 मई 2023 से 11 मार्च 2024 के बीच आरोपी WhatsApp ग्रुप चैट्स के जरिए एक-दूसरे से समन्वय करते रहे।

अभियोजन के अनुसार, जुए से मिली राशि को कई राज्यों में स्थानांतरित किया गया और फिर उसे अमेरिका और भारत में निजी बैंक खातों में जमा किया गया। इस पूरे नेटवर्क ने तीन वर्षों में 9.5 मिलियन डॉलर से अधिक की मनी लॉन्ड्रिंग की।

ऑपरेशन टेक बैक अमेरिका के तहत कार्रवाई

यह कार्रवाई “ऑपरेशन टेक बैक अमेरिका” का हिस्सा है, जो अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस द्वारा चलाया गया एक राष्ट्रीय अभियान है। इसका उद्देश्य ट्रांसनेशनल क्राइम नेटवर्क को तोड़ना है। इसमें OCDETF, Project Safe Neighborhoods और इमिग्रेशन एनफोर्समेंट जैसी एजेंसियों को एकीकृत किया गया है।

एफबीआई स्पेशल एजेंट इन चार्ज स्टीफन साइरस ने कहा, “यह केस दिखाता है कि स्थानीय और संघीय एजेंसियों की एकजुटता किस तरह से बड़े अपराधों को उजागर कर सकती है। गुजराती मूल के इस गिरोह का भंडाफोड़ ऑपरेशन टेक बैक अमेरिका के तहत अब तक की सबसे बड़ी arcade-based जुए की कार्रवाई मानी जा रही है।”

मामले से जुड़ी प्रमुख बातें:

  • सभी आरोपी भारतीय नागरिक और मूल रूप से गुजरात के रहने वाले
  • कुछ की अवैध इमिग्रेशन स्टेटस पर भी संदेह
  • फर्जी व्यापार लाइसेंस के जरिए जुए का संचालन
  • WhatsApp के जरिए समन्वय, नकदी अमेरिका और भारत के बीच स्थानांतरित
  • आरोप: वायर फ्रॉड, मनी लॉन्ड्रिंग, अवैध जुआ, रैकेटियरिंग
  • जांच में शामिल एजेंसियां: DOJ, FBI, ICE, IRS, HSI, Missouri State Patrol और स्थानीय पुलिस

यह मामला भारतीय समुदाय और अमेरिकी अधिकारियों दोनों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है, क्योंकि इसमें आंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के संभावित लिंक भी सामने आ सकते हैं।

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