अहमदाबाद: अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन लिमिटेड (APSEZ) ने 30 सितंबर 2025 को समाप्त हुई वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) और पहली छमाही (H1 FY26) के अपने वित्तीय परिणाम घोषित कर दिए हैं। कंपनी ने इस तिमाही में अपने मुनाफे और रेवेन्यू दोनों में शानदार वृद्धि दर्ज की है।
जारी किए गए परिणामों के अनुसार, Q2 FY26 में कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट (PAT) 29% की सालाना वृद्धि (YoY) के साथ ₹3,120 करोड़ रहा। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह ₹2,413 करोड़ था। इस दौरान, कंपनी का रेवेन्यू (Revenue) भी 30% बढ़कर ₹9,167 करोड़ हो गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹7,067 करोड़ था।
तिमाही के दौरान कंपनी का EBITDA (ब्याज, टैक्स, डेप्रिसिएशन और एमॉर्टाइजेशन से पहले की कमाई) 27% बढ़कर ₹5,550 करोड़ हो गया।
कंपनी के होल-टाइम डायरेक्टर और सीईओ, अश्विनी गुप्ता ने कहा, “हमारी मजबूत और हर तरफ से फायदेमंद ग्रोथ, हमारे ‘इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी’ वैल्यू प्रपोजिशन की सफलता को दर्शाती है।” उन्होंने यह भी कहा कि लॉजिस्टिक्स और मरीन बिजनेस ने अपनी शानदार ग्रोथ जारी रखी है, जो हमारी ‘पोर्ट-गेट से कस्टमर-गेट’ तक की पेशकश को और मजबूत करती है।
पहली छमाही (H1 FY26) में भी दमदार प्रदर्शन
सिर्फ दूसरी तिमाही ही नहीं, बल्कि वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही (H1 FY26) में भी कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहा है।
- H1 EBITDA: पहली छमाही में कंपनी का EBITDA 20% बढ़कर ₹11,046 करोड़ हो गया।
- H1 रेवेन्यू: H1 FY26 में रेवेन्यू 25% बढ़कर ₹18,294 करोड़ पहुँच गया।
- H1 नेट प्रॉफिट: पहली छमाही का नेट प्रॉफिट 17% की वृद्धि के साथ ₹6,431 करोड़ दर्ज किया गया।
सभी बिजनेस सेगमेंट्स में शानदार ग्रोथ
कंपनी के सभी प्रमुख बिजनेस सेगMENTS ने H1 FY26 में बेहतरीन प्रदर्शन किया:
- डोमेस्टिक पोर्ट्स: H1 FY26 में अब तक का सबसे ज्यादा EBITDA मार्जिन (74.2%) हासिल किया।
- इंटरनेशनल पोर्ट्स: इस सेगमेंट ने H1 FY26 में ₹2,050 करोड़ का रेवेन्यू और ₹466 करोड़ का EBITDA दर्ज किया, जो अब तक का सर्वोच्च स्तर है।
- लॉजिस्टिक्स: लॉजिस्टिक्स बिजनेस का रेवेन्यू H1 FY26 में 92% (YoY) बढ़कर ₹2,224 करोड़ हो गया।
- मरीन: मरीन ऑपरेशंस में H1 FY26 में 213% की असाधारण वृद्धि देखी गई, जिससे रेवेन्यू ₹1,182 करोड़ तक पहुँच गया।
कार्गो हैंडलिंग और मार्केट शेयर में बढ़ोतरी
H1 FY26 के दौरान, APSEZ ने 244 MMT कार्गो हैंडल किया, जो पिछले साल की तुलना में 11% अधिक है। इसके साथ ही, कंपनी की अखिल भारतीय बाजार हिस्सेदारी (All-India market share) 70 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 28% हो गई। वहीं, कंटेनर मार्केट शेयर भी 40 बेसिस पॉइंट्स बढ़कर 45.5% हो गया।
रेटिंग्स और सस्टेनेबिलिटी में भी सुधार
कंपनी के मजबूत प्रदर्शन को अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने भी सराहा है:
- Fitch Ratings: फिच ने कंपनी के आउटलुक को “निगेटिव” से बदलकर “स्टेबल” कर दिया है और “BBB-” रेटिंग की पुष्टि की है।
- S&P Global: S&P ग्लोबल CSA ने APSEZ को ग्लोबल ट्रांसपोर्टेशन और ट्रांसपोर्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में टॉप 5% में मान्यता दी है।
- MSCI: ने मजबूत कॉर्पोरेट गवर्नेंस और सस्टेनेबिलिटी प्रैक्टिसेज के आधार पर APSEZ की ESG रेटिंग को “CCC” से अपग्रेड कर “B” कर दिया है।
इसके अतिरिक्त, कंपनी ने अपने विस्तार योजनाओं के तहत ऑस्ट्रेलिया में NQXT पोर्ट के अधिग्रहण को भी मंजूरी दे दी है।
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