नई दिल्ली: अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने मंगलवार को भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना करते हुए ऑपरेशन सिंदूर में उनके साहसिक योगदान की प्रशंसा की। पिछले महीने शुरू हुए इस ऑपरेशन के तहत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए थे।
अडानी ग्रुप की 33वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए अडानी ने कहा, “इस साल, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे बहादुर जवानों ने ऊंचा सिर उठाकर देश की रक्षा की। न प्रसिद्धि के लिए, न पदकों के लिए — बल्कि कर्तव्य के लिए।”
उन्होंने आगे कहा कि सैनिकों के इस साहस ने हमें याद दिलाया कि “शांति मुफ्त में नहीं मिलती; इसे अर्जित किया जाता है। भारत जानता है कि शांति की कीमत क्या है, लेकिन यदि कोई हमारी परीक्षा लेता है, तो हम उसी भाषा में जवाब देना जानते हैं।”
अडानी ने उन सभी जवानों को नमन किया जो भारत की “सीमाओं, परिवारों और गरिमा की रक्षा करते हैं” और कहा कि वह उनकी “मौन कुर्बानियों” से अभिभूत हैं।
अडानी ने अडानी डिफेंस के योगदान पर जोर देते हुए बताया कि ऑपरेशन सिंदूर में अडानी डिफेंस के ड्रोन शामिल थे। “जब अडानी डिफेंस से ऑपरेशन सिंदूर में सहयोग मांगा गया, तो हमने तुरंत जवाब दिया। हमारे ड्रोन आसमान में आंखें बने रहे और दुश्मन पर सटीक हमले किए, जबकि हमारे एंटी-ड्रोन सिस्टम ने हमारे जवानों और नागरिकों की रक्षा की,” उन्होंने कहा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि “हम सुरक्षित क्षेत्रों में नहीं, बल्कि वहीं काम करते हैं जहां भारत को हमारी सबसे ज्यादा जरूरत है।”
गौतम अडानी ने 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान हादसे में मारे गए लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस दुखद दुर्घटना में विमान में सवार 241 सहित कुल 250 से अधिक लोगों की जान चली गई।
अडानी ने कहा, “हम इस दुखद दुर्घटना में मारे गए लोगों के लिए सिर झुकाकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। एक ही पल में कितने ही सपनों पर विराम लग गया और कितने ही परिवार हमेशा के लिए बदल गए। आइए हम अपनी कृतज्ञता और दुख दोनों को साथ लेकर चलें — ताकि हमें हमेशा याद रहे कि वास्तव में क्या महत्वपूर्ण है।”
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