डीएम जी कृष्णैया की गोली मारकर हत्या करने वाला बाहुबली आनंद मोहन आखिरकार जेल से हुआ रिहा - Vibes Of India

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डीएम जी कृष्णैया की गोली मारकर हत्या करने वाला बाहुबली आनंद मोहन आखिरकार जेल से हुआ रिहा

| Updated: April 27, 2023 19:01

बिहार के एक दलित जिलाधिकारी (डीएम) को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने वाले बाहुबली नेता व पूर्व सांसद आंनद मोहन सिंह (Anand Mohan Singh) गुरूवार की सुबह जेल से रिहा हो गया। डीएम जी कृष्णैया (DM G Krishnaiah) की हत्या के बाद हुई उम्रकैद की सजा पूरी करने के 16 साल बाद वह जेल की सलाखों से निकल कर बाहर आया। उसके बाहर आने की सूचना पर भीड़ ने फूल मालाओं से उसका स्वागत किया गया।

फूल-मालाओं से हुआ स्वागत

जेल से बाहर आने का जैसे उसके समर्थकों को लंबे समय से इंतजार था। उसके स्वागत में रोड शो निकाले जाने की तैयारी देखी गई। हालांकि, हाल की कई घटनाओं में हत्यारोपियों, रेपिस्ट आदि के आरोपियों का फूल-मालाओं से स्वागत होते देखा गया है।

जेल में भी थी ऐस की जिंदगी

डीएम के हत्यारे आनंद मोहन ने 15 दिन की पैरोल खत्म होने के बाद सरेंडर कर दिया था। लेकिन उसके तुरंत बाद ही जेल में रिहाई की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। जेल वापस जाने से पूर्व आनंद ने अपनी रिहाई के बाद होने वाले सभी स्वागत कार्यक्रम की तैयारियों का स्वयं जायजा लिया था। जेल सूत्रों का कहना है कि आनंद मोहन का जेल में काफी सामान फ्रिज,टीवी, वाशिंग मशीन, जिम एक्सेसरीज आदि रखे हैं, इन्हें भी लाया जायेगा।

क्या थी घटना?

गोपालगंज के जिलाधिकारी जी कृष्णैया (District Magistrate G Krishnaiah) 5 दिसंबर 1994 को हाजीपुर से गोपालगंज लौट रहे थे। मुजफ्फरपुर में आनंद मोहन के समर्थक उनकी गाड़ी पर टूट पड़े। इसमें डीएम को पीटा गया और फिर गोली मार कर हत्या क दी गई। बाहुबली आनंद मोहन पर भीड़ को उकसाने का भी आरोप लगा। घटना के 12 साल बाद 2007 में निचली अदालत ने आनंद को दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। आजाद भारत का यह ऐसा पहला मामला है, जिसमें एक राजनेता को मौत की सजा सुनाई गई थी। 2008 में हाईकोर्ट ने इस सजा को उम्रकैद में बदल दिया था। उसके बाद साल 2012 में आनंद मोहन ने सुप्रीम कोर्ट में सजा कम करने की अपील की। कोर्ट ने उसकी इस मांग को खारिज कर दिया था। तब से आनंद मोहन जेल में था।

जेल मैन्युअल के मुताबिक, आनंद को 14 साल की सजा पूरी करने के बाद रिहाई मिल सकती थी, लेकिन 2007 में जेल मैन्युअल में एक बदलाव की वजह से वह बाहर नहीं आ पाया था। अब सरकार ने जेल से बाहर निकालने के लिए नियम बदल दिए हैं। इसी क्रम में आनंद मोहन समेत 27 लोगों को सोमवार को रिहाई के आदेश जारी कर दिए गए।

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