साइबर क्राइम ब्रांच ने भरत वघानी नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है. आरोपी पर भाजपा प्रदेश प्रमुख सी आर पाटिल के नाम पर अधिकारियों को धमकाने का आरोप लगाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार आरोपी भरत वाघणी भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल के नाम से सरकारी कर्मचारियों के तबादले के लिए फोन कर रहा था और उनको धमका रहा था . 16 जून को आरोपी वाघानी ने सड़क एवं भवन विभाग के कार्यकारी अभियंता एनजी शीलू को फोन किया और कहा कि वह सीआर पाटिल बोल रहा है ,लिपिक को परेशान कर रहा है ,उसे तत्काल बदल दो।
इसके अलावा, उसने कार्यकारी अभियंता से यह भी सिफारिश की कि क्लार्क कुलदीप ने फोन पर भी शिकायत की कि वह आउटसोर्सिंग पुरुषों को परेशान कर रहा है। इस बात की जानकारी भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटिल को दी गई और साइबर अपराध में दर्ज तकनीकी निगरानी के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वह कब से ऐसा करता आ रहा है और क्या उसने इस तरह की धमकियां देकर कोई सरकारी काम किया है।
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि भरत वाघणी खुद ठेकेदार थे और अलग-अलग जगह आउटसोर्सिंग का काम कर रहे थे. अमरेली के क्लर्क को बदलने की साजिश रची गई थी। हालांकि, पुलिस ने अब इस मामले की जांच शुरू कर दी है कि क्या पूर्व में इस तरह से किसी और का ट्रांसफर हुआ है या फिर जबरन वसूली की गई है। उसने ट्रू कालर में भी अपना नाम सी आर पाटिल के तौर पर सेव किवा था , इसलिए वह जब किसी को फ़ोन करता था तो सी आर पाटिल लिखा आता था।