अहमदाबाद के राखियाल इलाके में रहने वाले 36 वर्षीय इरशाद अंसारी ने सोशल मीडिया भड़काऊ टिप्पणी की जिसके बाद साइबर क्राइम ब्रांच ने इरशाद अंसारी मामला दर्ज किया| इरशाद ने सोशल मीडिया पर पैंगम्बर मोहम्मद के खिलाफ नूपुर शर्मा की अपमानजनक टिप्पणियों के कारण झारखण्ड में हुई हिंसा जायज थी| 10 जून को की गयी पोस्ट में भी उसके द्वारा की भड़काऊ मना गया क्योकि उसने अहमदाबाद के लोगो को इस मामले पर विरोध प्रदर्शन करने से रोकने को कहा|
सूत्रों के अनुसार इरशाद की अंसारी की टिप्पणियों को साइबर क्राइम तब देखा जब वह सोशल मीडिया पर रोज़ाना की तरह स्क्रॉल कर रहे थे और जैसे ही साइबर क्राइम ब्रांच ने ये देखा तुरत ही उन्होंने मामला दर्ज कर लिया | उसने कहा था की, दोनों राज्यों में हिंसक विरोध रोध पैगंबर मोहम्मद के प्रति उनकी भक्ति का संकेत था। उसने यह भी कहा था की अहमदाबाद के लोगों को ऐसा कुछ करने पर ‘शर्म’ आनी चाहिए।
इसके अलावा इरशाद अंसारी ने रची में हुई घटना पर भी भड़काऊ बात की जिसमे उसने कहा की रची में जो लोग विरोध कर रहे थे पोलिस ने उन्हें गोली मार दी और साथ ही अलग अलग जगहो और विरोध कर रहे लोगो की तस्वीरें भी शेयर की|
जैसे, प्राथमिकी में, अंसारी पर दंगा भड़काने के इरादे से उकसाने के साथ-साथ सार्वजनिक शांति और शांति भंग करने के प्रयास के लिए आईपीसी 153 का आरोप लगाया गया है।
जैसे, प्राथमिकी में, अंसारी पर दंगा भड़काने के इरादे से उकसाने के साथ-साथ सार्वजनिक शांति और शांति भंग करने के प्रयास के लिए आईपीसी 153 का आरोप लगाया गया है।