विशेषज्ञों का कहना है कि मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज और यूएस बायआउट फर्म अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट, Walgreens Boots Alliance Inc. की केमिस्ट और ड्रगस्टोर यूनिट, जिसे बूट्स के नाम से जाना जाता है, के अधिग्रहण के लिए एक बड़ी पेशकश कर सकती है। उन्होंने कहा कि उनकी बाध्यकारी बोलियों की जानकारी शुक्रवार को सामने आ सकती है।
इससे पहले ऐसी खबरें थीं कि रिलायंस इंडस्ट्रीज और अपोलो जूते खरीदने के लिए राजी हो गए हैं और पिछले कुछ हफ्तों में वे उस दिशा में आगे बढ़ गए हैं। इससे पहले 26 मई को खबर आई थी कि कई बड़ी कंपनियां बूट्स के ड्रग स्टोर चेन को खरीदने की प्रक्रिया में हैं। बूट्स ड्रगस्टोर को ब्रिटेन में सबसे प्रसिद्ध खुदरा विक्रेताओं में से एक माना जाता है। दुनिया के कई बड़े कारोबारियों ने पहले जूते खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन वे किसी कारण से दौड़ से बाहर हो गए।
पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी कंपनी ने अपने होम बिजनेस पर फोकस करने के लिए अपना बिजनेस बेचने का फैसला किया था। जूतों की कीमत 8.8 बिलियन थी। ब्रिटेन की कंपनी बूट्स की कीमत पहले 8.5 अरब थी।
अगर मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज इसे खरीदने में सफल हो जाती है तो यह दुनिया की सबसे बड़ी कारोबारी डील होगी। मुकेश अंबानी जैसे कई कारोबारी खुदरा कारोबार पर हावी होने के लिए जूते खरीदना चाहते हैं।