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कोरोना काल के बावजूद राज्य में रोजगार ने तोड़ा पिछले 3 साल का रिकॉर्ड

| Updated: February 21, 2022 8:52 am

अप्रैल और दिसंबर 2021 के बीच के समय में जाब गुजरात में कोरोना वायरस की दूसरी लहर बढ़ थी थी और कोरोना मामले लगातार बढ़ रहे थे तब भी पंजीकृत हुए लोगो की संख्या बढ़ रही थी| छले चार वित्तीय वर्षों के आंकड़ों की तुलना करें तो राज्य में 2018-19 में 5.57 लाख, 2019-20 में 7.18 लाख और 2020-21 में 7.55 लाख लोग पंजीकृत हुए| जिसके खिलाफ अकेले अप्रैल से दिसंबर 2021 तक 8.34 लाख नए सदस्य पंजीकृत हुए हैं।

रोजगार डॉ तीन साल की तुलना में काफी अधिक है| कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने गुजरात में पंजीकृत 1.33 लाख नए सदस्यों के साथ दिसंबर 2021 के लिए नए सदस्य आंकड़े जारी किए हैं जो चालू वित्त वर्ष में सबसे अधिक है। मई 2021 में सबसे कम 54578 नए सदस्यों का पंजीकरण हुआ|

अन्य राज्यों की तुलना में दिसंबर में नए रोजगार सृजन में गुजरात चौथे स्थान पर है। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 3.23 लाख नए सदस्य हैं। दिसंबर में देश में कुल 14.60 लाख नए ईपीएफओ सदस्य पंजीकृत हुए, जो नवंबर के मुकाबले 2.06 लाख ज्यादा है।


EPS-95 गैर-जरूरी कर्मचारियों के लिए एक नई पेंशन योजना पर विचार कर रहा है। वर्तमान में संगठित क्षेत्र के वे कर्मचारी जिनका मूल वेतन और डीए 15,000 रुपये तक है, अनिवार्य रूप से ईपीएफ-95 के दायरे में आते हैं। एक सूत्र ने बताया कि ईपीएफओ सदस्यों के बीच अधिक अंशदान पर अधिक पेंशन की मांग की गई है। इस प्रकार उन लोगों के लिए एक नई पेंशन योजना पर सक्रिय रूप से विचार किया जा रहा है जिनका मूल मासिक वेतन 15,000 रुपये से अधिक है। सूत्र के मुताबिक नए पेंशन प्रस्ताव पर अगली सीबीटी बैठक में फैसला हो सकता है।

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