गुजरात में शराबबंदी कागजो तक ही सीमित है , देश के तमाम शहरों की तरह गुजरात में भी नववर्ष के जश्न में बड़े पैमाने पर शराब का इस्तेमाल किया जाता है | पुलिस भी कार्यवाही करती है लेकिन शराब की उपलब्धता को बाधित करने में असफल ही रहती है | राजकोट पुलिस ने वड़ोदरा से भावनगर जा रहे शराब की बड़ी खेफ को पकड़ने में सफलता हांसिल की है | लेकिन बड़ा सवाल यह है कि वड़ोदरा में शराब कैसे पहुंची ? मिली जानकारी के अनुसार अपराध शाखा ने
राजकोट में नए साल के जश्न के लिए भेजी जा रही शराब की खेप को पहुंचने से ठीक पहले जब्त किया जिसकी कीमत 32.46 लाख रुपये रुपये आंकी गयी है | 6492 बोतल विदेशी शराब के साथ 6 लोगों को गिरफ्तार किया.राजकोट अपराध शाखा द्वारा बीती रात गश्त के दौरान गुप्त सूचना पर कुवाड़वा जीआईडीसी क्षेत्र के एक गोदाम से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद की गयी. पुलिस ने कुवाड़वा जीआईडीसी क्षेत्र के गोदाम क्रमांक 95 में छापेमारी कर 6492 बोतल विदेशी शराब की कीमत बरामद की है।31 दिसंबर के करीब पिछले एक महीने में राजकोट शहर की पुलिस ने विभिन्न थानों में मिली अनुमानित एक करोड़ रुपये की कुल मात्रा में विदेशी शराब जब्त की है.
राजकोट क्राइम ब्रांच ने पिछले 24 घंटे में 32 लाख 46 हजार रुपये की 6492 विदेशी शराब की बोतलें जब्त कर परेश पटेल, राजेंद्रसिंह उर्फ राजभा जडेजा, जितेंद्र उर्फ भादो राठौड़, दिव्येश सोलंकी और जोताराम बॉल समेत एक नाबालिग समेत 5 अन्य को गिरफ्तार किया है.उल्लेखनीय है कि गिरफ्तार आरोपित परेश पटेल व राजेंद्रसिंह उर्फ राजभा जडेजा शराब की मात्रा को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए रास्ता संकेतक का काम कर रहे थे जबकि बाकी समेत 4 आरोपी शराब की मात्रा लोड व अनलोड करने का काम कर रहे थे |पूछताछ में पता चला कि शराब की मात्रा नागदान गढ़वी ने वडोदरा से भेजी थी और इमरान कलवा ने भावनगर से ऑर्डर किया था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को पकड़ने के लिए अपनी कवायद चालू कर दी है |