देश के सोलर हब के रूप में उभरा राजस्थानः आईईईएमए

Gujarat News, Gujarati News, Latest Gujarati News, Gujarat Breaking News, Gujarat Samachar.

Latest Gujarati News, Breaking News in Gujarati, Gujarat Samachar, ગુજરાતી સમાચાર, Gujarati News Live, Gujarati News Channel, Gujarati News Today, National Gujarati News, International Gujarati News, Sports Gujarati News, Exclusive Gujarati News, Coronavirus Gujarati News, Entertainment Gujarati News, Business Gujarati News, Technology Gujarati News, Automobile Gujarati News, Elections 2022 Gujarati News, Viral Social News in Gujarati, Indian Politics News in Gujarati, Gujarati News Headlines, World News In Gujarati, Cricket News In Gujarati

देश के सोलर हब के रूप में उभरा राजस्थानः आईईईएमए

| Updated: December 22, 2022 16:09

जयपुरः इंडियन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (IEEMA) के नए अध्यक्ष हमजा अरिसवाला ने कहा है कि राजस्थान 10 GW (गीगावाट) क्षमता वाली सौर ऊर्जा (solar power) विकसित करने के बाद देश के सोलर हब के रूप में उभरा है। वह जयपुर में इलेक्रामा-2023 के लिए आईईईएमए के रोड शो के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। अरिसवाला ने बताया कि राज्य अक्षय ऊर्जा (renewable energy) के क्षेत्र में नए निवेश को आकर्षित कर रहा है।

उन्होंने कहा, “भारतीय उद्योग को एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, क्योंकि भारत नेट जीरो (ऊर्जा के प्राथमिक स्रोत के रूप में हरित और नवीकरणीय ऊर्जा के साथ) की ओर बढ़ रहा है और अपने नागरिकों के जीवन की क्वालिटी को बढ़ाता है।” भारतीय विद्युत उपकरण निर्माण उद्योग (electrical equipment manufacturing industry) के शीर्ष संगठन आईईईएमए ने जयपुर के सबसे आलीशान होटल में इलेक्रामा के 15वें संस्करण के लिए रोड शो के साथ-साथ राजस्थान के बिजली क्षेत्र के सीनियर अधिकारियों के साथ एक बैठक रखी थी।

IEEM के अध्यक्ष रोहित पाठक ने कहा कि इलेक्रामा का आयोजन 18-22 फरवरी को इंडिया एक्सपो मार्ट, ग्रेटर नोएडा में होगा। इलेक्रामा -2023 का विषय ‘री-इमेजिन एनर्जी – फॉर सस्टेनेबल फ्यूचर’ है और यह स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन, फ्यूल सेल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) सहित कई क्षेत्रों में नवाचार (innovation) और भविष्य की तकनीकों को प्रदर्शित करने पर आधारित होगा।

इलेक्रामा का लक्ष्य कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, रोमानिया, ताइवान और ब्रिटेन के मंडपों सहित 70 से अधिक देशों के प्रदर्शकों और विजिटर से 6 बिलियन डॉलर कीमत की व्यावसायिक पूछताछ को सुरक्षित करना है। यह बात इलेक्रामा के अध्यक्ष, जितेंद्र अग्रवाल ने कही।

अग्रवाल ने कहा, “उद्योग की वृद्धि और सफलता के लिए कुछ क्षेत्र भविष्य में असीमित व्यावसायिक अवसर पेश करते हैं। इनमें स्टार्ट-अप और नए व्यवसाय शामिल हैं, जहां बड़े पैमाने पर पूंजी निवेश किया जा रहा है। जैसे-रेलवे, मेट्रो, हवाई अड्डे, रक्षा, स्मार्ट शहर, भवन और ईवी ईकोसिस्टम। इसलिए छोटे, मध्यम और सूक्ष्म व्यवसाय को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भी भाग लेने में सक्षम होना चाहिए।

सौर उपकरणों के निर्यात को लेकर अध्यक्ष ने कहा, “भारत सौर और पवन (wind) क्षेत्रों में आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर नहीं है।

Also Read: नेपाल में रिहा हुआ चार्ल्स शोभराज: रोमांचक रहा है ‘बिकिनी किलर’ का जीवन और अपराध

Your email address will not be published. Required fields are marked *