इस बार 16वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (जेएलएफ) की मेजबानी द होटल क्लार्क्स आमेर कर रहा है। इसकी शुरुआत कर्नाटक की गायिका सुषमा सोम के मधुर गीतों के साथ हुई। वैसे विधिवत शुरुआत (official commencement) 23 जनवरी को होगी। जेएलएफ उत्सव में दुनिया भर के लगभग 400 वक्ता (speakers) भाग लेंगे।
इसमें अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार विजेता गीतांजलि, लेखक और अनुवादक डेज़ी रॉकवेल, प्रसिद्ध लेखिका दीप्ति कपूर और बुकर पुरस्कार विजेता बर्नार्डिन एवरिस्टो सहित कई प्रसिद्ध लोग भाग लेंगे।
जेएलएफ में विभिन्न भाषाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनमें 21 भारतीय और 14 अन्य भाषाओं के अलावा राजस्थानी बोलने वालों की महत्वपूर्ण संख्या शामिल है।
लिटरेचर का महाकुंभ जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल-2023 का आगाज गुरुवार सुबह दस बजे सुषमा सोम के संगीत के साथ हुआ। पहले सत्र में कांग्रेस नेता और लेखक शशि थरूर ने नमिता गोखले और संजय रॉय ने मंच संभाला। दोपहर 2 बजे मुगल टेंट में शशि थरूर और सुमित समोस के साथ दो सत्र शुरू हुए। जेएलएफ- 2023 कृषि, ऊर्जा से लेकर रूस-यूक्रेन संघर्ष और भारत-चीन संबंधों जैसे विषयों को भी उठाएगा।
इस वर्ष जेएलएफ का थीम “उत्सव” है। इस बार कार्यक्रमों में राजस्थानी भाषियों पर विशेष जोर दिया जाएगा। यह साहित्यिक महाकुंभ अनेक भाषाओं के रंग प्रदर्शित करेगा। उद्घाटन सत्र में उत्सव के को-डायरेक्टर नमिता गोखले, विलियम डेलरिम्पल के अलावा इसके प्रोड्यूसर संजय के. ने भी भाग लिया। नोबेल पुरस्कार विजेता अब्दुलराज़क गुरनाह ने उद्घाटन भाषण दिया।
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