IPL के 18वें संस्करण में नंबर 18 ने अपना जादू दिखाया। 18 साल का लंबा इंतजार खत्म हुआ और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने वो ट्रॉफी अपने नाम की, जो अब तक मजाक और मीम्स की वजह बनती रही थी। पंजाब किंग्स (PBKS) के लिए ये एक ऐसा झटका था जो शायद लंबे समय तक सालता रहेगा। पूरे सीजन में दमदार, मनोरंजक और उद्देश्यपूर्ण क्रिकेट खेलने के बाद फाइनल में उनका बल्लेबाज़ी क्रम धराशायी हो गया।
RCB की यह जीत उन फैंस के लिए एक तोहफा थी, जिन्होंने सालों तक हार, निराशा और नज़दीकी हारों के बावजूद टीम का साथ नहीं छोड़ा। जैसे ही जीत करीब आई, विराट कोहली अपने आंसू रोक नहीं सके। पूर्व कप्तान के लिए यह एक सपने के पूरे होने जैसा था, एक ऐसी खुशी जिसे बाकी टीमें पिछले 17 सालों में कई बार महसूस कर चुकी थीं।
विराट कोहली के लिए भावुक लम्हा, आखिरकार बने IPL चैंपियन
फाइनल की आखिरी गेंद से पहले ही कोहली भावुक हो उठे। पत्नी अनुष्का शर्मा से उनकी गले लगती तस्वीरें सोशल मीडिया पर छा गईं। उनके साथ उनके पुराने साथी एबी डिविलियर्स और क्रिस गेल ने भी मैदान पर पहुंचकर इस पल को खास बना दिया।
मैच के बाद कोहली ने कहा:
“मैंने इस टीम को अपना युवावस्था, अपना सर्वश्रेष्ठ और अब अपना अनुभव दिया है। हर सीजन पूरी जान लगाई, बस इस एक खिताब के लिए। और अब जब ये पल आया है, यकीन नहीं हो रहा। यह अविश्वसनीय है।”
कोहली की धीमी पारी के बावजूद गेंदबाज़ों ने दिलाई जीत
RCB ने 190 रनों का बचाव शानदार गेंदबाज़ी से किया। क्रुणाल पंड्या ने 2/17 की किफायती गेंदबाज़ी की और प्लेयर ऑफ द मैच बने। जोश हेजलवुड, भुवनेश्वर कुमार और यश दयाल ने भी दबाव बनाए रखा।
पंजाब की टीम दबाव में बिखर गई। कप्तान श्रेयस अय्यर महज़ 1 रन बनाकर आउट हुए और गलत समय पर फ्लॉप हो गए।
RCB की मेगा ऑक्शन में की गई गेंदबाज़ी में निवेश की रणनीति रंग लाई। सालों से उन्हें केवल स्टार बल्लेबाज़ों पर निर्भर रहने के लिए आलोचना मिलती रही थी, लेकिन 2025 में गेंदबाज़ों ने जीत की कहानी लिखी।
पंजाब के गेंदबाज़ों का संघर्ष, बल्लेबाज़ों ने किया निराश
RCB ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 190/9 का स्कोर बनाया। हालांकि यह स्कोर 15–20 रन कम महसूस हो रहा था। फिल सॉल्ट ने आक्रामक शुरुआत दी, लेकिन कोहली की 43 रन (35 गेंद) की धीमी पारी ने मिडिल ओवर्स में टीम की रफ्तार धीमी कर दी।
कोहली को सोशल मीडिया पर काफी आलोचना झेलनी पड़ी। उन्होंने केवल तीन चौके लगाए और पावरप्ले में सिर्फ एक बाउंड्री आई। उनकी संयमित बल्लेबाज़ी ने मैच का रुख पलटने की चुनौती को और कठिन बना दिया।
अर्शदीप सिंह ने शानदार अंतिम ओवर किया – तीन विकेट लिए और सिर्फ तीन रन दिए।
क्रुणाल पंड्या ने फिर फाइनल में दिखाया कमाल
पंजाब की पारी की शुरुआत ही लड़खड़ाहट से हुई। जोश इंग्लिस (39) और शशांक सिंह (61) को छोड़ कोई भी बल्लेबाज़ RCB के आक्रमण का सामना नहीं कर सका।
क्रुणाल ने प्रभसिमरन और इंग्लिस के अहम विकेट झटके और इतिहास रच दिया। वे IPL इतिहास में दो बार फाइनल में ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बनने वाले इकलौते खिलाड़ी बने। इससे पहले उन्होंने 2017 में मुंबई इंडियंस के लिए यह सम्मान जीता था।
भुवनेश्वर कुमार ने 17वें ओवर में दो बड़े विकेट लेकर पंजाब की उम्मीदों को खत्म कर दिया—नेहाल वढेरा (15) और मार्कस स्टॉइनिस (6)।
शशांक सिंह ने आखिरी ओवर में 22 रन जड़े, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। पंजाब 7 रन से हार गया और बेंगलुरु ने इतिहास रच दिया।
अब बेंगलुरु में होगी जीत की भव्य परेड
जीत के बाद विराट कोहली ने पुष्टि की कि बुधवार को बेंगलुरु में विजय जुलूस निकाला जाएगा।
RCB के लिए इंतजार खत्म हुआ—अब ट्रॉफी आ रही है घर!
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