एक बड़ा सुधार जल्द ही सेना में युवाओं की भर्ती के लिए नए रास्ते खोलेगा। सरकार ‘अग्निपथ भारती प्रवेश योजना’ को लागू करने की तैयारी कर रही है, जिसे अंतिम रूप दिया जा रहा है। योजना के तहत सेना की तीनों शाखाओं में जवानों की भर्ती 3 साल के लिए की जाएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ के नाम से जाना जाएगा।
इस योजना से सशस्त्र बलों की औसत आयु सीमा कम हो जाएगी। वहीं सरकार पर सेवानिवृत्ति लाभ और पेंशन के रूप में अलग बोझ नहीं होगा।सुरक्षा बलों के पास कुछ दमकलकर्मियों को सेवा में रखने का विकल्प भी होगा। इस योजना के उपलक्ष्य में थल सेना, वायु सेना और नौसेना के वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों को प्रस्तुतियां दी हैं और उन्होंने इसमे अपना समर्थन दर्शाया है।
किसी कारणवश दिशाहीन हो जाने वाले युवाओं को भी सेना में भर्ती होने का मौका मिलेगा।
IIT और अन्य पेशेवर धाराओं के युवा भी सेना, वायु सेना या नौसेना में शामिल हो सकेंगे।
सेना में 3 साल की अनुबंध सेवा के दौरान ही कॉरपोरेट जगत इनकी भर्ती कर पाएगा।
सेना के लिए उपयोगी पाए जाने वाले युवाओं की स्थायी भर्ती संभव होगी।
‘टूर ऑफ ड्यूटी’ नामक ‘अग्निपथ भरती प्रवेश योजना’ की अवधारणा 2 साल पहले बनाई गई थी। पहला प्रयोग सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा में किया गया था जब सेना ने कोरोना काल के दौरान 2017 में सेवानिवृत्त हुए डॉक्टरों को वापस करने की पेशकश की थी। अल्पकालीन अनुबंध पर टूर ऑफ ड्यूटी योजना में शामिल होंगे सैनिक, प्रशिक्षण दिया जाएगा। जम्मू-कश्मीर और नार्थ-ईस्ट में होगी पोस्टिंग,आतंकवाद विरोधी, खुफिया जानकारी जुटाने और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे कार्य सौंपे जाएंगे। सशस्त्र बलों के अनुशासन और कठोर प्रशिक्षण के बाद, यदि ये युवा पेशेवर दुनिया में जाते हैं, उन्हें एक विशेष स्थान और सम्मान मिलेगा, तो सशस्त्र बलों के पास ऐसे युवाओं को विशेष कार्यों के लिए भर्ती करने का विकल्प होगा।
2 साल से नहीं हुई भर्ती, 1.25 लाख रिक्तियां, कोरोना महामारी के कारण सशस्त्र बलों में 1.25 लाख से अधिक रिक्तियां सृजित की गई हैं।