गुजरात: छात्र की मौत ने अधिकारियों को सर्दियों में स्कूल का समय बदलने पर किया मजबूर

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गुजरात: छात्र की मौत ने अधिकारियों को सर्दियों में स्कूल का समय बदलने पर किया मजबूर

| Updated: January 20, 2023 16:28

राजकोट के गोंडल रोड (Gondal Road) पर अमृतलाल वीरचंद जसानी विद्यामंदिर (Amrutlal Virchand Jasani Vidyamandir- एवीजेवी) की आठवीं कक्षा की छात्रा रिया सागर (Riya Sagar) की मौत के दो दिन बाद, जिसकी शीत लहर के कारण अपनी कक्षा में गिरने से मौत हो गई थी, जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने एक एडवाइजरी जारी कर कड़ाके की ठंड के मौसम को देखते हुए सुबह स्कूल देर से खोलने को कहा है।

14 वर्षीय बच्चे की मौत के बाद, एवीजेवी के नोटिस बोर्ड पर एक नोट चिपकाया गया था, जिसमें लिखा था, “बहुत ठंड के मौसम के कारण, जैसा कि डीईओ (जिला शिक्षा अधिकारी) ने आदेश दिया है, स्कूल का समय कल से 8:30 से 12:30 बजे तक होगा। हर माता-पिता को इस पर विशेष ध्यान देने का अनुरोध किया जाता है।

द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार मॉर्निंग असेंबली के बाद अपनी कक्षा में जाने के तीन मिनट बाद ही रिया बेहोश हो गई थी।

गुरुवार को राजकोट के डीईओ के कार्यालय के दो अधिकारियों ने स्कूल में कैंप की और प्रिंसिपल अस्मिता देसाई और अन्य शिक्षकों से बात कर घटना की रिपोर्ट तैयार की।

रिया के पिता किरण जौहरी हैं। यह परिवार जूनागढ़ के मांगरोल तालुका के तटीय शील गांव का रहने वाले हैं। सागर युगांडा के कंपाला में रह रहे थे, जब कोविड-19 महामारी ने उन्हें कुछ साल पहले राजकोट लौटने के लिए मजबूर किया। दंपति की छोटी बेटी निराली (8) उसी स्कूल में दूसरी कक्षा की छात्रा है।

स्कूल के प्रधानाचार्य ने इस बात को खारिज कर दिया कि स्कूल ने छात्रों को स्कूल द्वारा निर्धारित ऊनी कपड़े पहनने से रोक दिया था।

स्कूल का संचालन श्री काठियावाड़ निराश्रित बालाश्रम (Shri Kathiawar Nirashrit Balashram) द्वारा किया जाता है, जो 1907 में स्थापित एक धर्मार्थ संगठन है और जो शहर में एक अनाथालय और एक वृद्धाश्रम भी चलाता है।

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