संगारेड्डी (तेलंगाना): तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में फार्मा प्लांट में हुए भीषण धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है। राहत और बचावकर्मी मलबा हटाने और शव निकालने का काम लगातार कर रहे हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) परीतोष पंकज ने मंगलवार को पुष्टि की कि पाशमाइलारम स्थित सिगाची इंडस्ट्रीज के प्लांट में हुए धमाके में 36 लोगों की मौत हो गई है।
उन्होंने पीटीआई से कहा, “मलबा हटाते समय कई शव बरामद हुए हैं। अब तक 31 शव मलबे से निकाले गए हैं और तीन लोगों की मौत इलाज के दौरान अस्पताल में हुई है। बचाव अभियान का आखिरी चरण जारी है।”
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने किया दौरा, मुआवजे का ऐलान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने स्वास्थ्य मंत्री सी. दामोदर राजनारसिम्हा और अन्य मंत्रियों के साथ घटनास्थल का दौरा किया।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा:
“यह एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। हमारे मंत्री कल फैक्ट्री प्रबंधन, सरकारी अधिकारियों और राहत दल से लगातार समन्वय कर रहे थे।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि मृतकों में कई प्रवासी मजदूर बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के थे।
घटना के समय फैक्ट्री में कुल 143 लोग मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़, गंभीर रूप से घायल लोगों को ₹10 लाख और मामूली रूप से घायलों को ₹5 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह फैसला फैक्ट्री प्रबंधन और अधिकारियों से चर्चा के बाद लिया गया है।
धमाके का कारण और विवरण
धमाका प्लांट के रिएक्टर में केमिकल रिएक्शन की वजह से होने की आशंका है। यह हादसा सोमवार 30 जून की सुबह 8:15 बजे से 9:35 बजे के बीच हुआ।
इस जोरदार धमाके में पूरी फैक्ट्री शेड जमींदोज हो गई, कई मजदूर कई फीट दूर जा गिरे और भीषण आग लग गई, जिसे बुझाने के लिए बड़े पैमाने पर आपातकालीन प्रतिक्रिया की जरूरत पड़ी।
अस्पतालों में गंभीर झुलसी हालत में मरीज
प्रणाम हॉस्पिटल, मियापुर में सोमवार को 21 मरीज भर्ती हुए जिनमें से दो को मृत अवस्था में लाया गया था और एक ने अगले दिन दम तोड़ दिया।
ध्रुवा हॉस्पिटल, पटनचेरु में 11 मरीज भर्ती किए गए। इनमें से दो को सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रेफर किया गया और पांच मरीज वेंटिलेटर पर हैं।
इनमें से सात मरीजों को 40%–80% तक जलने की चोटें हैं, जबकि दो को लगभग 10% जलने की चोटें हैं।
बचाव अभियान और शवों की पहचान की चुनौती
बचाव अभियान में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDF), स्थानीय फायर ब्रिगेड और पुलिस के जवान जुटे रहे। दो फायर-फाइटिंग रोबोट भी लगाए गए।
राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक सिर्फ नौ शवों की पहचान हो पाई है। बाकी की पहचान के लिए डीएनए प्रोफाइलिंग की जरूरत होगी, क्योंकि कई मृतक प्रवासी मजदूर ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बिहार से थे।
90 दिनों के लिए प्लांट संचालन बंद, जांच के आदेश
सिगाची इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने अपने संगारेड्डी प्लांट का संचालन 90 दिनों के लिए अस्थायी रूप से बंद करने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा है कि हादसे में मैन्युफैक्चरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुंचा है।
कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, वह एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (APIs), इंटरमीडिएट्स, एक्ससिपिएंट्स और ऑपरेशंस और मैनेजमेंट सर्विसेज प्रदान करती है।
तेलंगाना सरकार ने धमाके की जांच और सुरक्षा उपायों की सिफारिश के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है।
प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों के लिए आर्थिक मदद की घोषणा की है।
उद्योग सुरक्षा मानकों पर सवाल
यह हादसा एक बार फिर संगारेड्डी-पाशमाइलारम औद्योगिक क्षेत्र में सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है, जहां पहले भी कई घातक औद्योगिक हादसे हो चुके हैं।