गुजरात में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुए आख़िरकार गुजरात सरकार ने अहम निर्णय लेते हुए राज्य सरकार और अहमदाबाद नगर पालिका के महत्वाकांक्षी तीन आयोजन को रद्द करने का निर्णय किया है | अहमदाबाद नगर पालिका द्वारा 8 जनवरी से फ्लावर शो का आयोजित किया जा रहा था , जबकि गुजरात सरकार द्वारा अहमदाबाद ,सूरत , बरोडा राजकोट समेत पांच शहरों में पतंगोत्सव आयोजित था | जिसमें देश – विदेश के पतंगबाज भाग लेने वाले थे | फ्लावर शो रद्द करने के लिए उच्च न्यायलय में जनहित याचिका भी कांग्रेस पार्षद द्वारा दायर की गयी थी | वही राज्य सरकार का सबसे अहम 10 जनवरी से आयोजित तीन दिवसीय वायव्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट भी व्यापक जनहित को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की अध्यक्षता वाली गुजरात कैबिनेट ने स्थगित करने का फैसला लिया है
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट दुनिया भर के उद्योगपतियों और निवेशकों के लिए गुजरात में निवेश का सबसे बड़ा मंच प्रदान करता है ।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने निर्णय की घोषणा करते हुए कहा की ने व्यवसाय और उद्योग जगत ने भी भागीदारी के लिए उत्साह दिखाया था और पंजीकरण भी कराया था, लेकिन लोगों के हित में इसे अब स्थगित किया जाएगा|
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल के प्रति आभार व्यक्त किया और आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी उनसे इसी तरह की सुखद प्रतिक्रिया प्राप्त होगी।
तीन दिन से लगातार बढ़ रहे थे मामले
पिछले तीन दिन से लगातार कोरोना पॉजिटिव केसो की संख्या में आश्चर्यजनक ढंग से उझाल देखने को मिल रहा था जिसके कारण नागरिक समाज और सरकार के एक बड़े वर्ग के माथे पर चिंता की लकीरें थी | 2020 में महामारी की चपेट में आने के बाद से अब तक के सबसे अधिक कोविड मामलों में गुजरात के रिकॉर्ड टूट गए हैं | गुजरात में बुधवार को पिछले 24 घंटों के दौरान 3,350 कोविड -19 मामलों और 50 अन्य लोगों को ओमिक्रॉन से संक्रमित हुए थे
1,637 मामलों के साथ अहमदाबाद और 630 मामलों से सूरत जैसे बड़े शहरो की तबीयत बिगड़ती जा रही थी , सूरत महानगरपालिका आयुक्त बछानिधि पाणी ने सार्वजनिक तौर से कहा था की अगले 45 दिन शहर के लिए खासे महत्व के हैं इसलिए सार्वजनिक भीड़ से बचे | गुजरात सरकार 8 आयएएस अधिकारी और राजयमंत्री जीतू चौधरी कोरोना की चपेट में पिछले एक सप्ताह के अंदर आये हैं | दो दिन पहले ही भाजपा द्वारा आयोजित संत आशीर्वाद सम्मलेन के बाद कई भाजपा नेता कोरोना की चपेट में आ गए | जिसके बाद सरकार ने अहम निर्णय किया |
28 देश के प्रतिनिधि लेने वाले थे भाग , पीएम मोदी करने वाले थे उद्घाटन
वायव्रेंट गुजरात तात्कालिक मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया महत्वाकांक्षी मंच है जिसमे देश विदेश के निवेशक आते है, पिछली बार भी वायव्रेंट गुजरात का आयोजन नहीं हो पाया था , भूपेंद्र पटेल सरकार का यह पहला बड़ा आयोजन था , जिसकी व्यापक तैयारी की गयी थी , अहमदाबाद गांधीनगर समेत पूरे राज्य में व्यापक प्रचार किया गया था | 28 देशो के निवेशक इसमें शामिल होने वाले थे ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन करने वाले थे लेकिन कोरोना के ग्रहण से सब उम्मीदों पर पानी फेर दिया
समीझा के बाद किया गया निर्णय
राज्य सरकार के प्रवक्ता मंत्री जीतू वाघाणी ने निर्णय की जानकारी देते हुए कहा की सरकार की तैयारियां पूरी थी , निवेशकों में भी उत्साह था , लेकिन कोरोना के कारण बदले हालत को देखते हुए उक्त निर्णय किया गया है | इसके पहले मुख्य सचिव ने सभी जिला अधिकारियों और महानगर पालिका आयुक्तों के साथ ऑनलाइन बैठक की थी | गुजरात सरकार कल नई एसओपी जारी करेगी |
नमो जॉब फेयर भी रद्द
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी द्वारा अपने जन्म दिन पर 8 जनवरी को सूरत में नमो जॉब फेयर का आयोजन किया जाता है , इस वर्ष भी 8 जनवरी को आयोजन किया गया था , हर्ष संघवी ने बताया की कोरोना को देखते हुए उन्होंने नमो जॉब फेयर और अपने जन्मदिन पर समर्थको द्वारा आयोजित सार्वजानिक आयोजन रद्द करने का निर्णय किया है |