मुंबई, 30 जून — टोरेंट फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के शेयर सोमवार को बीएसई पर 3.9% की तेजी के साथ 3,474.60 रुपए के इंट्राडे उच्च स्तर तक पहुंच गए। यह उछाल कंपनी द्वारा जे.बी. केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (JB केमिकल्स) में कंट्रोलिंग हिस्सेदारी 11,917 रुपए करोड़ में खरीदने के बड़े सौदे के ऐलान के बाद आया।
29 जून को हुई बोर्ड बैठक में टोरेंट फार्मा ने इस बहु-चरणीय अधिग्रहण को मंजूरी दी, जिससे उसे जे.बी. केमिकल्स में नियंत्रण मिलेगा, उसकी क्रॉनिक थेरेपी पोर्टफोलियो मजबूत होगी और भारत के तेज़ी से बढ़ते फार्मा बाजार में मौजूदगी और गहरी होगी।
सौदे की संरचना
यह अधिग्रहण दो चरणों में होगा:
चरण 1: शेयर खरीद और ओपन ऑफर
- शेयर परचेज एग्रीमेंट (SPA): टोरेंट, जे.बी. केमिकल्स की प्रवर्तक कंपनी Tau Investment Holdings Pte Ltd (KKR समूह का हिस्सा) से 7.44 करोड़ इक्विटी शेयर (कंपनी की पूरी तरह डायल्यूटेड इक्विटी का 46.39%) 1,600 रुपए प्रति शेयर की दर से खरीदेगा, जिसकी कुल राशि लगभग 11,917 रुपए करोड़ होगी।
- कर्मचारियों से संभावित अधिग्रहण: कंपनी कर्मचारियों से 44.99 लाख शेयर (2.80%) तक 1,600 रुपए प्रति शेयर की अधिकतम कीमत पर खरीद सकती है।
- ओपन ऑफर: सेबी के टेकओवर रेगुलेशन्स के तहत पब्लिक शेयरधारकों के लिए 1,639.18 रुपए प्रति शेयर की दर से 26% हिस्सेदारी तक का अनिवार्य ओपन ऑफर दिया जाएगा।
चरण 2: विलय
- टोरेंट और जे.बी. केमिकल्स के बीच स्कीम ऑफ अरेंजमेंट के तहत विलय किया जाएगा। बोर्ड से मिली मंजूरी के मुताबिक, जे.बी. केमिकल्स के हर 100 शेयरों पर शेयरधारकों को टोरेंट के 51 शेयर मिलेंगे।
रणनीतिक उद्देश्य
यह टोरेंट फार्मा का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण होगा, जिससे कंपनी को कई लाभ होंगे:
- भारतीय फार्मास्युटिकल मार्केट (IPM) में बाज़ार हिस्सेदारी मजबूत होगी, खासकर क्रॉनिक सेगमेंट में।
- जे.बी. केमिकल्स के मजबूत भारत व्यवसाय और हाइपरटेंशन जैसी प्रमुख थेरपी में लीडरशिप का फायदा।
- नेत्र रोग (ऑफ्थैल्मोलॉजी) जैसे नए थेरेप्यूटिक एरियाज में एंट्री।
- लॉन्ग-टर्म ग्रोथ के लिए CDMO (कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन) सेगमेंट में डाइवर्सिफिकेशन।
- रूस और दक्षिण अफ्रीका जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उपस्थिति मजबूत करना।
किसने क्या कहा?
समीर मेहता, एग्जीक्यूटिव चेयरमैन, टोरेंट फार्मास्युटिकल्स:
“हमें जे.बी. फार्मा की विरासत को अपने साथ जोड़कर भविष्य के प्लेटफॉर्म को मजबूत करने में खुशी हो रही है। भारत में टोरेंट की गहरी मौजूदगी और जे.बी. फार्मा का तेजी से बढ़ता भारत व्यवसाय, CDMO और अंतरराष्ट्रीय फुटप्रिंट के साथ, राजस्व और लाभप्रदता बढ़ाने की अपार संभावनाएं प्रदान करता है।”
गौरव त्रेहन, को-हेड एशिया पैसिफिक और सीईओ, KKR इंडिया:
“जे.बी. फार्मा का ट्रांसफॉर्मेशन हमारी क्षमताओं का प्रमाण है। हमें खुशी है कि हम कंपनी के ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक ग्रोथ में योगदान दे पाए। हमें विश्वास है कि कंपनी टोरेंट के साथ अपने अगले अध्याय में भी तेज़ी से बढ़ेगी।”
निखिल चोपड़ा, सीईओ और होल टाइम डायरेक्टर, जे.बी. फार्मा:
“पिछले पांच वर्षों में, जे.बी. फार्मा भारत की सबसे तेज़ी से बढ़ती फार्मा कंपनियों में से एक बनी है। अब टोरेंट फार्मास्युटिकल्स के साथ नए अध्याय में, हमें यकीन है कि हम अपने मार्केट्स में हेल्थकेयर एक्सेस को और बढ़ा पाएंगे।”
कंपनियों का परिचय
टोरेंट फार्मास्युटिकल्स:
- वार्षिक राजस्व 11,500 करोड़ रुपए से अधिक।
- कार्डियोवैस्कुलर, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, सीएनएस और डर्मेटोलॉजी सेगमेंट में भारत की शीर्ष 5 कंपनियों में शामिल।
- भारत में ~76% राजस्व क्रॉनिक और सब-क्रॉनिक थेरेपी से।
- 50+ देशों में मौजूदगी।
- 8 मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स, जिनमें 5 USFDA अप्रूव्ड हैं।
- 750+ वैज्ञानिकों के साथ अत्याधुनिक R&D इंफ्रास्ट्रक्चर।
जे.बी. केमिकल्स एंड फार्मास्युटिकल्स:
- 1976 में स्थापित सार्वजनिक कंपनी।
- 31 मार्च 2025 तक 3,918 करोड़ रुपए का टर्नओवर और 3,433 करोड़ रुपए की नेटवर्थ।
- हाइपरटेंशन सेगमेंट में लीडर, भारत में शीर्ष 300 ब्रांड्स में छह ब्रांड।
- रूस और दक्षिण अफ्रीका जैसे घरेलू बाजार, 40+ देशों में निर्यात।
- 8 आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी, जिनमें लोजेंजेस के लिए समर्पित यूनिट शामिल।
अनुमोदन और सलाहकार
यह अधिग्रहण सेबी, स्टॉक एक्सचेंज, भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI), नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) और अन्य नियामक अनुमोदनों के अधीन है। टोरेंट फार्मा को यह डील छह महीनों में पूरी होने की उम्मीद है।
सलाहकार:
- वित्तीय सलाहकार: मोएलिस एंड कंपनी, नोवा वन, कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, रोथ्सचाइल्ड एंड कंपनी, गोल्डमैन सैक्स (इंडिया)।
- कानूनी सलाहकार: खैतान एंड कंपनी (टोरेंट), शर्दूल अमरचंद मंगलदास एंड कंपनी (KKR और JB फार्मा), AZB एंड पार्टनर्स (JB फार्मा बोर्ड)।
- वैल्यूएशन और फेयरनेस ओपिनियन: अर्न्स्ट एंड यंग मर्चेंट बैंकिंग सर्विसेज LLP, BDO वैल्यूएशन एडवाइजरी LLP, एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, ICICI सिक्योरिटीज लिमिटेड।
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