एक अनपढ़ और शराबी पति के लिए एक अनपढ़ महिला का होना जरूरी नहीं है। इस प्रकार की स्थिति उच्च वर्ग में भी देखी जा सकती है। फिर भी, एक का मालिक होना अभी भी औसत व्यक्ति की पहुंच से बाहर है। यह कहानी सिविल अस्पताल परिसर के एक अन्य मेडिकल कॉलेज की एक महिला प्रोफेसर की है।
वे चांदखेड़ा में रहते हैं। उसने शराबी पति के खिलाफ चांदखेड़ा थाने में मारपीट व शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना का मामला दर्ज कराया है| इतना ही नहीं अपनी दो बेटियों के साथ आयुष का पति जलती हुई सिगरेट और कुर्सी फेंक देता है और पत्नी की हत्या कर देता है। पति ने महिला प्रोफेसर पर तेजाब फेंकने और जान से मारने की धमकी दी है।
चांदखेड़ा का नया सी.जी. सड़क किनारे विधि बंगले में रहने वाली 52 वर्षीय आशाबेन शैलेश खोबचंदानी बीजे मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। इनकी शादी 1998 में एलोरा पार्क के शैलेश खूबसूरतचंदानी से हुई थी। इस शादी से उनकी दो बेटियां हैं। उनका 22 साल का बड़ा बेटा सोला सिविल में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहा है और इंटर्नशिप कर रहा है।
सबसे छोटी बेटी पूजा महज 16 साल की है। आशाबहन के पति शैलेश खोबचंदा के शराबी अपनी बेटियों के खिलाफ अपशब्द बोलते हैं और उन्हें डांटते हैं। अपनी बेटियों के सामने ऐसा न करने के लिए कहने पर शैलेश नाराज हो जाता था और अपनी पत्नी को ज्यादा से ज्यादा पीटता था। महिला ने महिला थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।