नई दिल्ली: देश की प्रमुख दवा निर्माता कंपनी ज़ायडस लाइफसाइंसेज लिमिटेड (Zydus Lifesciences Limited) को एक बड़ी कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। गुजरात के अहमदाबाद स्थित इस फार्मा दिग्गज को जीएसटी विभाग की ओर से 74.23 करोड़ रुपये का डिमांड नोटिस मिला है। यह मामला आईजीएसटी (IGST) रिफंड क्लेम से जुड़ा हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह पूरा विवाद माल के निर्यात पर इंटीग्रेटेड गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (IGST) के रिफंड दावे में कथित गड़बड़ी को लेकर है। आरोप है कि कंपनी ने रिफंड क्लेम करने के लिए ‘फ्री ऑन बोर्ड’ (FOB) वैल्यू के बजाय ‘कॉस्ट, इंश्योरेंस एंड फ्रेट’ (CIF) वैल्यू का इस्तेमाल किया, जिसे विभाग ने गलत माना है।
इस आदेश के तहत, कंपनी पर 74.23 करोड़ रुपये की मूल मांग और साथ ही 74.23 करोड़ रुपये का बराबर जुर्माना लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, कंपनी को लागू ब्याज का भी भुगतान करना होगा।
कंपनी को 31 अक्टूबर को मिला आदेश
कंपनी ने 1 नवंबर को इस मामले की जानकारी दी। ज़ायडस के अनुसार, उसे यह आदेश 31 अक्टूबर को अहमदाबाद, गुजरात में स्थित जॉइंट कमिश्नर ऑफ कॉमन एडजुडिकेशन अथॉरिटी, CGST से प्राप्त हुआ है। यह डिमांड नोटिस अप्रैल 2018 से मार्च 2024 तक की अवधि के लिए जारी किया गया है।
यह adjudication आदेश कंपनी के चार अलग-अलग राज्यों—गुजरात, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश और गोवा—में स्थित जीएसटी रजिस्ट्रेशन को कवर करता है, जिसे अहमदाबाद CGST प्राधिकरण द्वारा एक कॉमन आर्डर के तहत पारित किया गया है।
कंपनी इस आदेश को चुनौती देगी
जीएसटी विभाग के इस नोटिस पर ज़ायडस लाइफसाइंसेज ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है। कंपनी ने कहा है कि वह इस आदेश को चुनौती देने की योजना बना रही है और इसके खिलाफ अपील दायर करेगी। कंपनी का दृढ़ विश्वास है कि इस मामले में उसका पक्ष काफी मजबूत है।
इसके अलावा, कंपनी ने अपने निवेशकों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि इस आदेश का उसके संचालन या वित्तीय स्थिति पर कोई खास भौतिक प्रभाव (material financial impact) नहीं पड़ेगा।
शेयरों पर दिखा दबाव
इस खबर का असर कंपनी के शेयरों पर भी देखने को मिला। सोमवार को जहाँ कंपनी के शेयर 980.55 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर पर पहुँचने के बाद लगभग स्थिर बंद हुए थे, वहीं आज (मंगलवार, 4 नवंबर) को शेयरों में हल्की गिरावट दर्ज की गई। खबर लिखे जाने तक, कंपनी का शेयर एनएसई पर 0.76% की गिरावट के साथ 973.60 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा था।
कैसी है कंपनी की प्रोफाइल?
ज़ायडस लाइफसाइंसेज, जिसे पहले कैडिला हेल्थकेयर लिमिटेड (Cadila Healthcare Limited) के नाम से जाना जाता था, दवा निर्माण के लगभग हर क्षेत्र में काम करती है। कंपनी एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (APIs) से लेकर फिनिश्ड डोसेज फॉर्म (तैयार दवाएं) बनाने तक की पूरी वैल्यू चेन में सक्रिय है।
कंपनी की वैश्विक उपस्थिति भी काफी मजबूत है। यह अमेरिका और यूरोप के रेगुलेटेड बाजारों के अलावा लैटिन अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य उभरते बाजारों में भी अपना कारोबार करती है। 31 मार्च, 2025 को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में, कंपनी का वार्षिक कारोबार लगभग 23,500 करोड़ रुपये था और दुनिया भर में इसके 27,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं।
यह भी पढ़ें-
कनाडा ने भारतीय छात्रों को दिया बड़ा झटका, अगस्त 2025 में 74% वीज़ा आवेदन खारिज, जानिए क्या है वजह









