Manoj Aggarwal's emotional post: 100 -200 में खरीदकर हमारी कीमत सस्ती कर

Gujarat News, Gujarati News, Latest Gujarati News, Gujarat Breaking News, Gujarat Samachar.

Latest Gujarati News, Breaking News in Gujarati, Gujarat Samachar, ગુજરાતી સમાચાર, Gujarati News Live, Gujarati News Channel, Gujarati News Today, National Gujarati News, International Gujarati News, Sports Gujarati News, Exclusive Gujarati News, Coronavirus Gujarati News, Entertainment Gujarati News, Business Gujarati News, Technology Gujarati News, Automobile Gujarati News, Elections 2022 Gujarati News, Viral Social News in Gujarati, Indian Politics News in Gujarati, Gujarati News Headlines, World News In Gujarati, Cricket News In Gujarati

100 -200 में खरीदकर हमारी कीमत सस्ती कर देते हैं – मनोज अग्रवाल की भावनात्मक पोस्ट

| Updated: March 3, 2022 18:14

राजकोट पुलिस आयुक्त मनोज अग्रवाल ने कथित तौर से पदभार छोड़ने के पहले इंस्ट्राग्राम पर एक भावनात्मक पोस्ट कर ( Manoj Aggarwal’s emotional post) सिपाही से लेकर डीजीपी तक का दर्द बयां कर दिया , पुलिस महकमे में मनोज अग्रवाल की इस पोस्ट को लेकर खासी चर्चा है।तीन साल से अधिक समय से राजकोट में पुलिस आयुक्त के तौर पदस्थ रहने के बाद विवादों में आ गए थे।जिसके बाद राज्य सरकार ने उनके खिलाफ जाँच गठित की थी ,वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास सहाय द्वारा अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौप दी , जिसके बाद राज्य सरकार ने मनोज अग्रवाल को सजा के तहत जूनागढ़ प्रशिक्षण केंद्र स्थानांतरित कर दिया है।

यह भी पढे: गुजरात बजट – बिना नया कर लगाए ,सबको बांटी सौगात

मनोज अग्रवाल से जुड़ा विवाद और पोस्ट

मनोज अग्रवाल ने बीती रात राजकोट के पुलिस कमिश्नर का पद छोड़ने के बाद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो बनाकर( Manoj Aggarwal’s emotional post) पुलिस की वेदना प्रगट की। इस “इमोशनल” वीडियो में कहा जाता हैं,कि “लोग हमारी कीमत सस्ता कर देते हैं, वो हमें 100-200 में खरीद लेते हैं.” ऐसे ही शब्दों के साथ यह वीडियो काफी विवाद का विषय बन गया है और खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में आगे कहा गया है, ‘मैं एक पुलिसकर्मी हूं, कॉन्स्टेबल से लेकर पीआई तक, एसीपी से लेकर डीआईजी तक, एसपी से लेकर आईजी तक, डीसीपी से लेकर सीपी तक, ये सब मेरे ही रूप हैं।

कोई दिन भर धूप में रहता है, तो किसी को छाया मिलती है। वैसे तो सबकी किस्मत अलग होती है। हमारा घर तो चौकी है, ऑफिस जाने वाला शाम को घर आता है। यदि आप हवाई अड्डे पर जाते हैं तो हम सड़क पर यातायात खोलते हैं। अगर आप दिवाली मनाते हैं तो हम किसी के घर में आग बुझाने में व्यस्त होते हैं । जब आप सपना देख रहे होते हैं हैं तो हम एक और केस की FIR बना रहे होते हैं. अमीरी के अहंकार में आप हम पर एसयूवी चढ़ाते हैं।’सरकार कहती है शहीद अमर रहते हैं लेकिन बाद में हम नौकरी, पेंशन, रोटी के लिए मेहनत करते हैं। हमारी खाकी हर बार बारिश, ठंड या धूप में तैनात रहती है। ”

इस वीडियो के साथ पुलिस कमिश्नर रहे मनोज अग्रवाल ने कहा

“राजकोट शहर के पुलिस आयुक्त के रूप में 3 साल से अधिक समय तक, हमने महिला सशक्तिकरण, महिला सुरक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में विशेष रूप से कोरोना महामारी के दौरान महत्वपूर्ण योगदान दिया है।” “शहर में अपराध अनुपात को कम करना, पुलिस विंग में डिजिटलीकरण, युवा प्रेरणा और यातायात नियंत्रण पर हमने गर्व, अनुशासन और दृढ़ संकल्प के साथ सेवा की है। “मैं राजकोट सिटी पुलिस के सफल संचालन में शामिल सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के अथक प्रयासों और योगदान की तहे दिल से सराहना करता हूं। उन्होंने राजकोट मीडिया की भी प्रशंसा की और उनके सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

इस बदलाव और पूरी घटना के मूल में विधायक गोविंद पटेल ने गृह मंत्री को पत्र लिखकर पुलिस आयुक्त मनोज अग्रवाल पर . 75 लाख रुपये तोड़ करने आरोप लगायाथा है। । सरकार ने इस आरोप की जाँच के लिए एक समिति का गठन किया और परिणामस्वरूप, रिपोर्ट सरकार को सौंप दी गई। इसी के तहत गुजरात सरकार ने मनोज अग्रवाल को सजा के तौर पर जूनागढ़ पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में तबादला कर दिया है. तबादले के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पुलिस की स्थिति बयां की और ग्रुप से खुद को लेफ्ट कर लिया।

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d