गुजरात में संचालित 108 एम्बुलेंस सेवा ने हाल ही में 14 साल पूरे कर लिए हैं। कोविड की पहली लहर के दौरान 650 एम्बुलेंस वाला इसका बेड़ा इस साल मार्च से मई के बीच बढ़कर 800 वाला हो गया। एक आधिकारिक अनुमान में कहा गया है कि बेड़े ने गुजरात में महामारी के डेढ़ साल में 2.19 लाख कोविड-पॉजिटिव रोगियों को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया।
एनालिटिक्स के मैनेजर विकास बिहानी (38) ने बताया कि जब दूसरी लहर अपने चरम पर थी, तब108-कॉल सेंटर ने एक ही दिन में 64,000 कॉल का उच्चतम रिकॉर्ड बनाया। बिहानी ने कहा कि यह वह समय था, जब गैर-कोविड रोगियों के लिए एम्बुलेंस सेवाओं में गिरावट की खबरें आ रही थीं।
अहमदाबाद नगर निगम के पार्षद इकबाल शेख ने कहा कि उन्होंने अपने कोविड-पॉजिटिव रिश्तेदार के लिए अप्रैल में पहले 108 से संपर्क की कोशिश की, लेकिन उन्होंने उधर से जवाब नहीं मिला।
बिहानी ने कहा कि मरीजों के गुस्से से भरे परिजनों की ओर से लगातार आते कॉलों और कोविड-नामित अस्पताल के बाहर लंबे इंतजार के कारण वे समय पर सभी को जवाब देने में विफल रहे।
बिहानी ने कहा, “इसके बावजूद, हमारे कर्मचारियों, विशेष रूप से एम्बुलेंस ड्राइवरों और पैरामेडिक्स ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और यह सुनिश्चित किया कि अधिक से अधिक लोग समय पर अस्पताल पहुंचें।”
बिहानी ने कहा कि राज्य सरकार ने उन्हें तीसरे चरण की आशंका को देखते हुए तैयारी शुरू कर देने के लिए कहा है। उन्होंने कहा, “हम लगातार स्थिति का अध्ययन कर रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम अपने बेड़े में अतिरिक्त एम्बुलेंस जोड़ेंगे।”
अपने संचालन के 14 वर्षों में एम्बुलेंस सेवा ने गुजरात के सभी जिलों और तालुकों में लगभग 1.25 करोड़ रोगियों को सेवाएं प्रदान की हैं। बेड़े में 800 एम्बुलेंस में से दो नाव एम्बुलेंस हैं। बिहानी ने कहा, “हमें सरकार से धन प्राप्त करने में कभी कोई कठिनाई नहीं हुई। उम्मीद है कि आगे भी ऐसा ही चलता रहेगा। ”
(इनपुट अश्विता सिंह और ज्योति पटेल द्वारा)