सूरत में छात्रों पर हुए कथित हमले के खिलाफ ABVP का विरोध प्रदर्शन - Vibes Of India

Gujarat News, Gujarati News, Latest Gujarati News, Gujarat Breaking News, Gujarat Samachar.

Latest Gujarati News, Breaking News in Gujarati, Gujarat Samachar, ગુજરાતી સમાચાર, Gujarati News Live, Gujarati News Channel, Gujarati News Today, National Gujarati News, International Gujarati News, Sports Gujarati News, Exclusive Gujarati News, Coronavirus Gujarati News, Entertainment Gujarati News, Business Gujarati News, Technology Gujarati News, Automobile Gujarati News, Elections 2022 Gujarati News, Viral Social News in Gujarati, Indian Politics News in Gujarati, Gujarati News Headlines, World News In Gujarati, Cricket News In Gujarati

सूरत में छात्रों पर हुए कथित हमले के खिलाफ ABVP का विरोध प्रदर्शन

| Updated: October 14, 2021 16:37

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने सोमवार रात सूरत में छात्रों पर कथित हमले के लिए पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य भर के आठ विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन किया।

एबीवीपी के सदस्यों ने बुधवार को गुजरात विश्वविद्यालय अहमदाबाद, गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय जामनगर, श्री गोविंद गुरु विश्वविद्यालय गोधरा, हेमचंद्राचार्य उत्तर गुजरात विश्वविद्यालय पाटन, एमएस विश्वविद्यालय वडोदरा, महाराजा कृष्णकुमारसिंहजी भावनगर विश्वविद्यालय, नवसराय कृषि विश्वविद्यालय सहित क्रांतिगुरु श्यामजी कृष्ण वर्मा कच्छ विश्वविद्यालयों में धरना प्रदर्शन और नारेबाजी की।

छात्रों द्वारा आयोजित एक गरबा कार्यक्रम के दौरान सूरत में वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय (वीएनएसजीयू) के परिसर से हिरासत में लिए जाने के बाद छात्रों पर कथित हमले के लिए पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग किया गया। मामले में यह दावा किया गया कि इस आयोजन के लिए अनुमति नहीं ली गई थी और कोविड प्रोटोकॉल का पालन नही किया गया था।

एबीवीपी के राज्य सचिव हिमालयसिंह जाला ने समाचार एजेंसी द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमारी मांग पूरी होने तक विरोध जारी रहेगा। इस घटना से छात्रों में भय का माहौल है और वे आंदोलन कर रहे हैं…’

एबीवीपी के सदस्यों ने इन विश्वविद्यालयों के अधिकारियों को एक शिकायती पत्र भी प्रस्तुत किया, जिसमें कहा गया है, “हम तीन पुलिसकर्मियों और उनके सहयोगियों के निलंबन के साथ-साथ उनके खिलाफ प्राथमिकी के रूप में देवी की मूर्ति और गरबा के सांस्कृतिक कार्यक्रम का अनादर करने के लिए कानूनी कार्रवाई की मांग करते हैं। हमारी मांगों को 24 घंटे के भीतर पूरा करें।”

एबीवीपी के सदस्यों ने दावा किया कि गरबा कार्यक्रम का आयोजन वीएनएसजीयू अधिकारियों की उचित अनुमति से किया गया था, जिसमें कोविड के दिशानिर्देशों का पालन किया गया था।

“हालांकि, उमरा पुलिस स्टेशन के निरीक्षक किरण मोदी और उप-निरीक्षक बिपिन परमार ने कांस्टेबल ईशू गढ़वी के साथ छात्रों के ऊपर अपने आधिकारिक वाहन को चलाने की कोशिश की। फिर वे छात्रों को जबरन थाने ले गए और उनके साथ मारपीट की। उन्हें गंभीर चोटें आईं और उनका सूरत के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। उन्होंने बहुत ही आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया और छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया, छत्रों के नाम पर पुलिस मामले दर्ज करके उनके जीवन को बर्बाद करने की धमकी दी, ”गुजरात विश्वविद्यालय के सहायक रजिस्ट्रार पीएम जोशी को सौंपे गए शिकायत में कहा गया।

एमएस यूनिवर्सिटी वडोदरा में विरोध प्रदर्शन में दो घंटे तक कक्षाओं का बहिष्कार किया गया। एबीवीपी सदस्यों ने नारेबाजी की और मांग की कि एमएसयू के कुलपति को राज्यपाल को भेजे जाने वाले उनके ज्ञापन को स्वीकार करना चाहिए। 

वडोदरा एबीवीपी के महासचिव निशित व्यास ने कहा, ‘अभी यह सूरत में ऐसा हुआ है। यह किसी अन्य विश्वविद्यालय में, किसी भी परिसर में हो सकता है। फिल्मी अंदाज में पहुंचे पुलिसकर्मी और निहत्थे मासूम छात्रों को गरबा खेलने पर पीटा… पुलिस को मारपीट का हक किसने दिया? हम सूरत के पुलिस आयुक्त, सूरत सहित सूरत शहर की पुलिस के खिलाफ तत्काल कार्रवाई चाहते हैं। हमने एमएसयू के वीसी से इस ज्ञापन को व्यक्तिगत रूप से स्वीकार कर राज्यपाल को भेजने को कहा है।

सौराष्ट्र में, एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सामान्य शैक्षिक गतिविधियों को बाधित कर दिया क्योंकि उन्होंने राजकोट में सौराष्ट्र विश्वविद्यालय में धरना दिया और जामनगर में गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय में कक्षाओं को स्थगित करने के लिए मजबूर किया।

मामले में सूरत के पुलिस आयुक्त ने पुलिस उपायुक्त रैंक के एक अधिकारी से घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

इस मुद्दे के बारे में गांधीनगर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने कहा कि डीसीपी अगले 24 घंटों में जांच पूरी करेंगे। सांघवी ने कहा, ‘जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d